सोने और चांदी की कीमतों का भविष्य: 2026 में क्या होगा?
सोने की कीमतों में उछाल
सोने की कीमतें एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई हैं। हाल ही में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर 10 ग्राम सोने की कीमत 1 लाख रुपये तक पहुंच गई है। इस वृद्धि ने लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या यह एक नई शुरुआत है। अब सभी की नजरें 2026 पर हैं।
प्रसिद्ध बुल्गारियन भविष्यवक्ता बाबा वेंगा की भविष्यवाणियों के अनुसार, दुनिया एक बड़े वित्तीय संकट की ओर बढ़ रही है, जिससे सोने की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है। बाबा वेंगा, जिन्हें 'बाल्कन का नॉस्त्रेदमस' कहा जाता है, ने पहले भी कई सटीक भविष्यवाणियां की हैं।
बाबा वेंगा के अनुसार, 2026 में वैश्विक आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है, जिससे कैश-क्रश जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इतिहास बताता है कि ऐसे समय में सोना आमतौर पर अच्छा प्रदर्शन करता है।
2026 में सोने की कीमतें कितनी बढ़ सकती हैं?
पिछले वैश्विक संकटों के दौरान सोने की कीमतों में 20% से 50% तक की वृद्धि देखी गई है। यदि 2026 में कोई बड़ा संकट आता है, तो विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतों में 25% से 40% तक की वृद्धि हो सकती है। इस स्थिति में, भारत में 10 ग्राम सोने की कीमत दिवाली (अक्टूबर-नवंबर) 2026 तक 1,62,500 रुपये से 1,82,000 रुपये के बीच पहुंच सकती है, जो एक नया रिकॉर्ड हो सकता है।
सोने की कीमतों में वृद्धि के कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, वैश्विक व्यापार युद्ध, बढ़ती महंगाई, मुद्रा में उतार-चढ़ाव और आर्थिक मंदी के डर ने सोने की मांग को बढ़ावा दिया है। निवेशकों को चिंता है कि भविष्य में शेयर और मुद्रा बाजार में बड़ा झटका लग सकता है, जिससे सोना एक सुरक्षित विकल्प बन गया है।
निवेशकों और ग्राहकों के लिए क्या मायने रखता है?
निवेशकों के लिए सोना एक मजबूत सुरक्षा कवच बना हुआ है। वहीं, आम लोगों के लिए ऊंची कीमतें शादी, त्योहार और गहनों की खरीद पर असर डाल सकती हैं। हालांकि, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि निवेश केवल भविष्यवाणियों के आधार पर नहीं, बल्कि महंगाई, ब्याज दर और वैश्विक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर करना चाहिए.
