सोनिया गांधी ने दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण पर सरकार से कार्रवाई की मांग की
सोनिया गांधी की अपील
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को केंद्र सरकार से दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस समस्या का सामना बच्चे और बुजुर्ग दोनों कर रहे हैं।
संसद के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह कुछ करे। उन्होंने बताया कि छोटे बच्चे तो परेशान हैं ही, लेकिन बुजुर्गों के लिए भी यह स्थिति कठिनाई पैदा कर रही है।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस मुद्दे को उठाया और कहा कि अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विपक्ष इस विषय को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहता और जब प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे, तो वह केंद्र के साथ खड़े रहेंगे।
विपक्ष का प्रदर्शन
कांग्रेस सांसद ने कहा कि हमें किस मौसम का आनंद लेना चाहिए? बाहर की स्थिति को देखिए। जैसा कि सोनिया जी ने कहा, बच्चे सांस नहीं ले पा रहे हैं और उन्हें अस्थमा जैसी समस्याएं हो रही हैं। वरिष्ठ नागरिकों को भी सांस लेने में कठिनाई हो रही है। यह स्थिति हर साल और भी खराब होती जा रही है।
उन्होंने कहा कि हर साल केवल बयानबाजी होती है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते। सभी ने एक स्वर में कहा है कि सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए और वे सभी उनके साथ खड़े हैं। यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है।
इससे पहले, विपक्षी सांसदों ने दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में वायु प्रदूषण के खिलाफ संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। सांसदों ने ऑक्सीजन मास्क पहने हुए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए एक बैनर पकड़ा, जिस पर लिखा था, "मौसम का मज़ा लीजिए"। यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के बाद आई है।
संसदीय चर्चा की मांग
नारे लगाते हुए, नेताओं ने वायु प्रदूषण पर संसदीय चर्चा की मांग की। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी भी संसद भवन के बाहर इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुईं।
