सोनिया और राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड मामले में राहत, बीजेपी का हमला जारी
नेशनल हेराल्ड केस में राहत
सोनिया और राहुल गांधी
दिल्ली की अदालत ने नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेताओं सोनिया और राहुल गांधी को राहत प्रदान की है। अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पेश की गई चार्जशीट पर संज्ञान लेने से मना कर दिया है। कांग्रेस इसे अपनी जीत मान रही है, जबकि बीजेपी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गांधी परिवार पर तीखा हमला किया है। बीजेपी ने कहा कि यह परिवार भ्रष्टाचार में लिप्त है और दोनों बेल पर बाहर हैं।
बीजेपी ने यह भी कहा कि नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया और राहुल आरोपी हैं, लेकिन अदालत ने इसे राजनीतिक द्वेष का मामला नहीं माना। पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि गांधी परिवार ने नेशनल हेराल्ड की संपत्ति को हड़प लिया है और इस मामले की सुनवाई जारी है।
राहत की कमी पर बीजेपी का बयान
बीजेपी ने कहा कि 12 जून 2016 को राहुल और सोनिया गांधी को कोई राहत नहीं मिली थी। प्राइवेट शिकायत पर अदालत ने संज्ञान लिया है, ऐसे में राजनीतिक द्वेष का सवाल नहीं उठता। अदालत ने कहा कि यह प्राइवेट शिकायत है और इसमें FIR नहीं है, इसलिए संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। ED अपनी जांच जारी रख सकती है।
कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें पार्टी के नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि बिना किसी ठोस सबूत के नेशनल हेराल्ड का मामला 2014 से चलाया जा रहा है। ईडी और सीबीआई ने कई बार कहा है कि इस मामले में कोई सबूत नहीं है, फिर भी राहुल गांधी और सोनिया गांधी से पूछताछ की गई।
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह मामला बदले की भावना से बनाया गया है और इसमें कोई ठोस आधार नहीं है। यह स्पष्ट रूप से कांग्रेस के नेताओं, विशेषकर गांधी परिवार को बदनाम करने के लिए किया गया है।
