सोनम रघुवंशी की हत्या की साजिश: धोखे और फरेब की कहानी

सोनम रघुवंशी का रहस्य
सोनम रघुवंशी की कहानी ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। पुलिस के अनुसार, सोनम के पिता देवी सिंह प्लायवुड के व्यवसाय में हैं, और वह अपने पिता की मदद करती थी। उनके व्यवसाय में राज कुशवाह नामक एक कर्मचारी भी था।
सोनम और राज के बीच दोस्ती बढ़ी, और दोनों ने एक-दूसरे को पसंद करना शुरू कर दिया। जब सोनम के पिता की तबीयत खराब हुई, तो उसने इस रिश्ते के बारे में उन्हें नहीं बताया। दोनों परिवारों ने रघुवंशी समाज के ऐप के माध्यम से एक-दूसरे से संपर्क किया और शादी तय कर दी। हालांकि, सोनम ने शादी के बाद भी राज से संपर्क बनाए रखा और राजा को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
जांच में यह पता चला कि जब राजा और सोनम बेंगलूरु पहुंचे, तब राज ने सोनम को कॉल किया था। इसके बाद, सोनम अपने पति के साथ शिलांग गई। यह भी सामने आया कि राज इंदौर में था और उसने पूरी साजिश की योजना बनाई थी।
सोनम के भाई गोविंद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह अपनी बहन से मिलने के बाद सभी सवालों के जवाब देंगे।
राजा की हत्या के बाद, परिवार ने शव को इंदौर लाने के लिए फ्लाइट का सहारा लिया। अर्पित रघुवंशी ने बताया कि अंतिम संस्कार के दिन मुख्य आरोपी भी वहां मौजूद था।
सोनम को देखने के लिए तीन लड़के आए थे, लेकिन अंत में राजा से रिश्ता तय हुआ। राजा की मां ने बताया कि सोनम के परिवार ने राजा को पसंद किया। शादी के लिए जल्दबाजी की गई, और सोनम के राज से संबंध की जानकारी परिवार को थी।
राजा के भाई ने बताया कि सोनम ने कहा कि उसे कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था और वह 17 दिन तक बेहोश रही। परिवार को उसकी कहानी पर विश्वास नहीं हो रहा है।
सोनम पढ़ाई में कमजोर थी और 10वीं में फेल हो गई थी। उसने प्राइवेट परीक्षा देकर पास किया। परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी।
सोनम के पिता का व्यवसाय बढ़ाने में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। पड़ोसी भी इस घटना पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं।
मेघालय के पर्यटन मंत्री ने इस मामले पर टिप्पणी की है, जिसमें उन्होंने कहा कि इस घटना ने पूर्वोत्तर को बदनाम किया है।
रविवार रात एक महिला ढाबे पर पहुंची और घर पर कॉल करने की मांग की। पुलिस ने उसे वहां से ले लिया।