सेना में शराब का सेवन: जवानों की जरूरत और परंपरा

इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे सेना में जवानों के लिए शराब पीना एक परंपरा और आवश्यकता बन गया है। कठिन परिस्थितियों में काम करने वाले सैनिकों के लिए शराब केवल एक पेय नहीं, बल्कि उनके लिए एक आवश्यक चीज है। परिवार से दूर रहने के कारण भी यह उनके लिए एक सहारा बन जाती है। जानें इस परंपरा के पीछे का इतिहास और नए जवानों के स्वागत की प्रक्रिया।
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सेना में शराब का सेवन: जवानों की जरूरत और परंपरा

सेना में शराब का महत्व

सेना में शराब का सेवन: जवानों की जरूरत और परंपरा


शराब को स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है, लेकिन सेना के जवानों को इसे पीने की अनुमति दी जाती है। इसका मुख्य कारण यह है कि सैनिकों को कठिन परिस्थितियों में देश की रक्षा करनी होती है। कई बार उन्हें ऐसे स्थानों पर रहना पड़ता है जहां का तापमान माइनस में होता है। ऐसे में शराब पीकर वे अपने शरीर को गर्म रख सकते हैं, इसलिए यह उनके लिए एक आवश्यक चीज बन जाती है।


परिवार से दूर रहने का असर

सैनिकों को अक्सर अपने परिवार से दूर रहना पड़ता है। जब वे व्यस्त होते हैं, तो समय निकालना आसान होता है, लेकिन जब वे खाली होते हैं, तो परिवार की याद आना स्वाभाविक है। कोई भी व्यक्ति लंबे समय तक अपने परिवार से दूर नहीं रह सकता, चाहे वह कितना भी साहसी क्यों न हो। ऐसे में शराब उनके लिए खाली समय बिताने का एक साधन बन जाती है।


इतिहास में, जब ब्रिटिश सेना भारत में थी, तब उनके जवानों के लिए एक परंपरा थी जिसमें हर अधिकारी और सैनिक को एक निश्चित मात्रा में शराब का सेवन करना होता था। यह परंपरा आज भी भारतीय सेना में देखी जाती है।


नए जवानों का स्वागत

जब सेना में नए जवानों की भर्ती होती है, तो उनके स्वागत के लिए एक छोटे समारोह में उन्हें भी शराब का सेवन करना होता है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि सैनिक अपनी ड्यूटी के दौरान शराब पी सकते हैं। उन्हें केवल सीमित मात्रा में शराब पीने की अनुमति होती है।