सूर्य देव का नक्षत्र परिवर्तन: इन राशियों को मिलेगा धन लाभ

ज्योतिष के अनुसार, सूर्य देव का नक्षत्र परिवर्तन 19 नवंबर को होगा, जब वे विशाखा से अनुराधा में प्रवेश करेंगे। इस परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा, लेकिन विशेष रूप से मिथुन, वृश्चिक और सिंह राशि के जातकों को अपार धन लाभ की संभावना है। जानें कैसे यह नक्षत्र परिवर्तन आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
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सूर्य देव का नक्षत्र परिवर्तन: इन राशियों को मिलेगा धन लाभ

सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन 2025

सूर्य देव का नक्षत्र परिवर्तन: इन राशियों को मिलेगा धन लाभ

सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन 2025

सूर्य देव का नक्षत्र परिवर्तन: ज्योतिष के अनुसार, सूर्य देव को ग्रहों का राजा माना जाता है। वे शक्ति, आत्मविश्वास, नेतृत्व और अहम के प्रतीक हैं। सूर्य देव जल्द ही नक्षत्र परिवर्तन करने वाले हैं। वे 19 नवंबर को विशाखा नक्षत्र से निकलकर अपने पुत्र शनि के अनुराधा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। सूर्य देव दो दिसंबर तक इसी नक्षत्र में रहेंगे। शनि अनुशासन, कर्म, संघर्ष और व्यवहारिकता का प्रतीक है।

सूर्य देव का शनि के नक्षत्र में प्रवेश दो विपरीत स्वभावों को एक साथ लाता है। ज्योतिषी मानते हैं कि जब ये दोनों शक्तियां एक ही नक्षत्र में सक्रिय होती हैं, तो जीवन में सकारात्मक और ठोस परिणाम मिलते हैं। जो कार्य लंबे समय से रुके थे, उनमें भी गति आ सकती है। हालांकि, सूर्य देव के इस परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा, लेकिन विशेष रूप से तीन राशियों के जातकों को अपार धन लाभ हो सकता है।

मिथुन राशि

सूर्य का अनुराधा नक्षत्र में प्रवेश मिथुन राशि के जातकों के लिए बहुत शुभ साबित हो सकता है। इस समय नौकरीपेशा मिथुन जातकों को करियर में नई शुरुआत का अवसर मिल सकता है। नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को रोजगार मिल सकता है। रुके हुए कार्यों में तेजी आ सकती है।

वृश्चिक राशि

सूर्य का अनुराधा नक्षत्र में प्रवेश वृश्चिक राशि के जातकों के लिए भी बहुत लाभकारी हो सकता है। इस समय वृश्चिक जातक अपनी इच्छित उपलब्धियों को प्राप्त कर सकते हैं। आर्थिक लाभ, नए अवसर और कार्य में सफलता की संभावना है। बड़ी योजनाओं पर काम करने का मौका मिल सकता है।

सिंह राशि

सूर्य का अनुराधा नक्षत्र में प्रवेश सिंह राशि के जातकों के लिए भी फलदायी साबित हो सकता है। इस समय सिंह जातकों को कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारियों का सामना करना पड़ सकता है। आर्थिक स्थिति पहले से और मजबूत हो सकती है। वाद-विवाद भी समाप्त हो सकते हैं।

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