सूर्य ग्रहण 2025: गर्भवती महिलाओं के लिए सावधानियाँ

21 सितंबर 2025 को होने वाले सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कई सावधानियाँ बरतने की सलाह दी गई है। इस लेख में जानें कि कैसे ग्रहण के समय घर में रहना, धारदार वस्तुओं का उपयोग न करना, और देवी-देवताओं का जाप करना महत्वपूर्ण है। साथ ही, तुलसी और कुशा का उपयोग करने के उपाय भी बताए गए हैं। इस अद्वितीय खगोलीय घटना के दौरान अपने और अपने बच्चे की सुरक्षा के लिए ये जानकारी बेहद उपयोगी साबित हो सकती है।
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सूर्य ग्रहण 2025 की जानकारी

सूर्य ग्रहण 2025: 21 सितंबर, रविवार को साल 2025 का अंतिम सूर्य ग्रहण होने जा रहा है। यह खगोलीय घटना अद्वितीय है, लेकिन धार्मिक परंपराओं के अनुसार इसे शुभ नहीं माना जाता। भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा, फिर भी गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को कई सावधानियों का पालन करना चाहिए। किसी भी लापरवाही से गर्भ में पल रहे बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

गर्भवती महिलाओं के लिए ग्रहण के समय सावधानियाँ

गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। मान्यता है कि ग्रहण की किरणें गर्भ में पल रहे शिशु पर बुरा असर डाल सकती हैं। इसलिए, उन्हें ग्रहण के समय घर के अंदर रहना चाहिए।

धारदार वस्तुओं का उपयोग न करें

ग्रहण के दौरान कैंची, चाकू या सुई जैसी धारदार चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से शिशु के शरीर पर जन्मचिह्न (कट या निशान) बनने की संभावना होती है।

मंत्र जाप और नामस्मरण करें

इस समय देवी-देवताओं के नाम का जप, गीता का पाठ या रामायण का पाठ करना शुभ माना जाता है। इससे मन को शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।

कुशा और तुलसी का उपयोग करें

ग्रहण से पहले भोजन में तुलसी के पत्ते डालें और पानी में कुशा रखें। यह भोजन और पानी को ग्रहण के दुष्प्रभाव से सुरक्षित रखता है।

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