सुशांत सिंह राजपूत: अधूरे सपनों की कहानी

सुशांत सिंह राजपूत, बॉलीवुड के एक प्रतिभाशाली अभिनेता, ने अपने जीवन में 50 सपनों में से केवल 11 को पूरा किया। उनकी आत्महत्या ने प्रशंसकों को गहरे सदमे में डाल दिया। इस लेख में, हम उनके अधूरे सपनों, संघर्षों और उपलब्धियों पर चर्चा करेंगे, जो उनकी यादों को जीवित रखते हैं। जानें कैसे सुशांत ने अपने सपनों को साकार करने की कोशिश की और उनकी यात्रा के महत्वपूर्ण क्षणों के बारे में।
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सुशांत सिंह राजपूत: अधूरे सपनों की कहानी

सुशांत सिंह राजपूत की यादें


बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगी।


सोशल मीडिया पर सक्रियता

सुशांत सिंह राजपूत एक ऐसे कलाकार थे जो अपने प्रशंसकों के साथ सोशल मीडिया पर जुड़े रहते थे और उनकी प्रतिक्रियाओं का उत्तर देते थे। इस कारण वह युवाओं के बीच और भी लोकप्रिय हो गए थे। उन्होंने 14 जून 2020 को महज 34 वर्ष की आयु में मुंबई में आत्महत्या कर ली।


50 सपनों में से केवल 11 पूरे

Sushant Singh Rajput के थे 50 सपने


सुशांत सिंह राजपूत: अधूरे सपनों की कहानी


सुशांत के जीवन में कुल 50 सपने थे, जिनमें से उन्होंने केवल 11 को पूरा किया। उन्होंने यह जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा की थी। वह अक्सर अपने सपनों के बारे में अपने प्रशंसकों को अपडेट करते रहते थे।


कुछ सपनों की कहानी

50 में से सिर्फ 11 ही सपने कर पाए पूरे


सुशांत सिंह राजपूत: अधूरे सपनों की कहानी


उनके कुछ सपनों में से एक था अपने कॉलेज की एक दिन की यात्रा की योजना बनाना। सितंबर 2019 में, वह दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी गए। इसके अलावा, उन्होंने डिज्नीलैंड जाने का सपना भी पूरा किया।


एक्टर बनने का सपना

एक्टर बनकर किया सबसे बड़ा सपना पूरा


सुशांत सिंह राजपूत: अधूरे सपनों की कहानी


सुशांत का जन्म 21 जनवरी 1986 को पटना, बिहार में हुआ था। उनका सपना एक अभिनेता बनने का था। उन्होंने टीवी शो 'पवित्र रिश्ता' से पहचान बनाई और 2013 में 'काई पो चे' फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखा।


शिक्षा में भी अव्‍वल

एक्टिंग ही नहीं पढ़ाई में भी अव्वल थे सुशांत


सुशांत सिंह राजपूत: अधूरे सपनों की कहानी


सुशांत ने 2003 में दिल्ली यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी की प्रवेश परीक्षा में सातवां स्थान प्राप्त किया और बी.टेक में दाखिला लिया। वह नेशनल ओलंपियाड ऑफ फिजिक्स के विजेता भी रहे।


अभिनय का सपना

इंजीनियरिंग छोड़ एक्टिंग का सपना किया पूरा


सुशांत सिंह राजपूत: अधूरे सपनों की कहानी


अभिनय में करियर बनाने के लिए उन्होंने इंजीनियरिंग कोर्स को तीन साल में ही छोड़ दिया। सुशांत ने मुंबई में कई सपनों के साथ कदम रखा और जल्द ही बॉलीवुड में अपनी पहचान बना ली।