सुरक्षा के लिए 'ऑपरेशन शील्ड' का सफल अभ्यास

ऑपरेशन शील्ड का दूसरा चरण
क्षेत्रीय तैयारियों को बढ़ाने के उद्देश्य से, नागरिक प्रशासन ने सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग से आज 'ऑपरेशन शील्ड' नामक नागरिक रक्षा मॉक ड्रिल का दूसरा चरण सफलतापूर्वक आयोजित किया। यह अभ्यास जम्मू और कश्मीर के विभिन्न जिलों जैसे श्रीनगर, बारामुला, हंदवाड़ा, अनंतनाग और बांदीपोरा के साथ-साथ पंजाब, गुजरात, हरियाणा और राजस्थान के कई स्थानों पर किया गया।
अभ्यास का उद्देश्य
'ऑपरेशन शील्ड' का मुख्य उद्देश्य नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट संवेदनशील क्षेत्रों में तैयारियों को मजबूत करना है। मॉक ड्रिल का फोकस सीमा जिलों में प्रतिक्रिया रणनीतियों में सुधार पर था, ताकि स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बल संभावित आपात स्थितियों का सामना करने के लिए अच्छी तरह से तैयार रहें।
जम्मू और कश्मीर में अभ्यास का विस्तार
जम्मू और कश्मीर में, यह ड्रिल जम्मू डिवीजन के अखनूर और सांबा जिलों तक भी फैली। इस अभ्यास के तहत, निवासियों को सूचित किया गया कि आज रात लगभग 8 बजे, सायरन की आवाज के बाद एक ब्लैकआउट होगा, जो एक वास्तविक आपात स्थिति का अनुकरण करेगा।
डिप्टी कमिश्नर का बयान
श्रीनगर के डिप्टी कमिश्नर बिलाल मोहीउद्दीन ने ऐसे अभ्यासों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "ऑपरेशन शील्ड हमारी तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। इन अभ्यासों के माध्यम से, हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारा नागरिक प्रशासन और सुरक्षा बल हमारे नागरिकों की सुरक्षा के लिए अच्छी तरह से तैयार हों।"