सुबह के समय डायबिटीज के शुरुआती संकेत: जानें क्या हैं लक्षण

डायबिटीज के शुरुआती लक्षण
भारत में मधुमेह के रोगियों की संख्या 10 करोड़ से अधिक है, जो वैश्विक आंकड़ों का लगभग 25% है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें रक्त शर्करा का स्तर अत्यधिक बढ़ जाता है। यह तब होता है जब शरीर पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता या इसका सही उपयोग नहीं कर पाता। हालांकि, स्वस्थ आहार और जीवनशैली के माध्यम से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। डायबिटीज के प्रारंभिक लक्षण अक्सर हल्के होते हैं और अनदेखे रह जाते हैं, जिससे कई लोगों को यह पता नहीं चलता कि वे इस बीमारी से ग्रसित हैं। सुबह के समय कुछ लक्षण दिखाई दे सकते हैं जो डायबिटीज का संकेत हो सकते हैं।
ज्यादा प्यास लगना: यदि सुबह उठते ही आपको अत्यधिक प्यास लगती है, तो यह उच्च रक्त शर्करा का संकेत हो सकता है। शुगर की बीमारी में, शरीर ग्लूकोज को नियंत्रित नहीं कर पाता और इसे पेशाब के माध्यम से बाहर निकालने की कोशिश करता है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है।
मुंह सूखना: सुबह उठते ही यदि आपका मुंह सूखा महसूस होता है या गले में जलन होती है, तो यह भी डायबिटीज का लक्षण हो सकता है। इस स्थिति में शरीर से अधिक पानी बाहर निकल जाता है, जिससे डिहाइड्रेशन होता है।
बार-बार पेशाब आना: यदि रात भर में आपको बार-बार पेशाब आता है और सुबह उठते ही यह समस्या बढ़ जाती है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है। उच्च रक्त शर्करा के कारण किडनी पर अधिक दबाव पड़ता है।
थकान: यदि आप पूरी रात सोने के बाद भी थका हुआ महसूस करते हैं, तो यह डायबिटीज के कारण हो सकता है। जब शरीर में शुगर का स्तर असंतुलित होता है, तो कोशिकाओं को ऊर्जा नहीं मिलती।
ब्लरी विजन: सुबह उठते ही यदि आपकी दृष्टि धुंधली होती है या आंखों में भारीपन महसूस होता है, तो यह भी उच्च रक्त शर्करा का संकेत हो सकता है। रक्त में ग्लूकोज का असंतुलन आंखों के लेंस में सूजन पैदा कर सकता है।
वजन में बदलाव: यदि सुबह कमजोरी के साथ आपका वजन तेजी से घट रहा है, तो यह टाइप 1 डायबिटीज का संकेत हो सकता है। जब शरीर ग्लूकोज का सही उपयोग नहीं कर पाता, तो मांसपेशियों और वसा का टूटना शुरू हो जाता है, जिससे वजन कम होता है।