सुप्रीम कोर्ट ने शारदा विश्वविद्यालय और आईआईटी खड़गपुर में आत्महत्याओं का लिया संज्ञान
सुप्रीम कोर्ट ने शारदा विश्वविद्यालय और आईआईटी खड़गपुर में हुई आत्महत्याओं के मामलों का स्वतः संज्ञान लिया है। अदालत ने दोनों संस्थानों से पूछा है कि क्या पुलिस को समय पर जानकारी दी गई थी। शारदा विश्वविद्यालय में एक छात्रा ने मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आत्महत्या की, जबकि आईआईटी खड़गपुर में एक छात्र ने अपने छात्रावास में आत्महत्या की। इन घटनाओं के पीछे की गड़बड़ियों की जांच के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता को न्यायमित्र नियुक्त किया गया है।
Jul 21, 2025, 20:02 IST
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सुप्रीम कोर्ट का संज्ञान
सोमवार को, सुप्रीम कोर्ट ने शारदा विश्वविद्यालय और आईआईटी खड़गपुर में हुई आत्महत्याओं के मामलों का स्वतः संज्ञान लिया। अदालत ने दोनों शैक्षणिक संस्थानों को तलब किया और पूछा कि क्या पुलिस को समय पर इन घटनाओं की जानकारी दी गई थी। न्यायालय ने यह भी कहा कि उसे लगता है कि इन मामलों में 'कुछ गड़बड़' है। इसके साथ ही, अदालत ने यह भी जानना चाहा कि क्या इन मामलों में प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की गई थी। यदि कोई गड़बड़ी पाई गई, तो अदालत ने अवमानना की कार्यवाही शुरू करने की चेतावनी दी। मामले की सहायता के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता अपर्णा भट्ट को न्यायमित्र नियुक्त किया गया है।
शारदा विश्वविद्यालय आत्महत्या की घटना
शारदा विश्वविद्यालय आत्महत्या मामला
ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल में एक बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ने शनिवार रात आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलने पर नॉलेज पार्क कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। छात्रा के परिजन भी तुरंत वहां पहुंचे। पुलिस को छात्रा के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने डेंटल विभाग के एक महिला और एक पुरुष शिक्षक पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। छात्रा की आत्महत्या की खबर फैलते ही अन्य छात्रों ने हॉस्टल परिसर में हंगामा किया और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
आईआईटी खड़गपुर आत्महत्या की घटना
आईआईटी खड़गपुर आत्महत्या मामला
पश्चिम बंगाल के आईआईटी खड़गपुर में एक बीटेक चौथे वर्ष के छात्र ने अपने छात्रावास के कमरे में आत्महत्या कर ली। यह घटना 18 जुलाई को हुई, जब ऋतम मंडल (21) रात के खाने के बाद अपने कमरे में आराम कर रहा था। उसके सहपाठियों ने बताया कि वह सामान्य लग रहा था। अगली सुबह, जब मंडल के दरवाजे पर दस्तक देने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने कॉलेज के सुरक्षा गार्डों की मदद से दरवाजा तोड़ा और छात्र को फंदे से लटका पाया।