सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि मामले में रोक लगाई

सुप्रीम कोर्ट का निर्णय
सोमवार को, सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि की कार्यवाही पर रोक लगाने का आदेश दिया। राहुल गांधी ने दिसंबर 2022 में अरुणाचल प्रदेश में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच हुए संघर्ष के दौरान यह आरोप लगाया था कि चीनी सैनिकों ने भारतीय सेना पर हमला किया। अदालत ने राहुल गांधी को उनके इस बयान पर चेतावनी देते हुए कहा कि चीन ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। न्यायालय ने कहा, "यदि आप सच्चे भारतीय होते, तो आप ऐसा नहीं कहते।"
सख्त टिप्पणियाँ और सवाल
सुप्रीम कोर्ट की यह सख्त टिप्पणी उस समय आई जब उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ आपराधिक मानहानि के मामले में कार्यवाही पर रोक लगाई। इस मामले में 2020 के गलवान घाटी संघर्ष के संदर्भ में उनकी टिप्पणियाँ शामिल थीं। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा था कि चीन ने 2,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर अवैध कब्जा कर लिया है और यह कि "चीनी सैनिक अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सैनिकों की पिटाई कर रहे हैं।"
सुनवाई के दौरान, पीठ ने गांधी से पूछा, "आपको कैसे पता चला कि 2000 वर्ग किलोमीटर भूमि पर चीनियों ने कब्जा कर लिया है? यदि आप सच्चे भारतीय हैं, तो आप ऐसा नहीं कहेंगे।" पीठ ने यह भी कहा कि वह विपक्ष के नेता हैं और उन्हें संसद में अपनी बात रखनी चाहिए, न कि सोशल मीडिया पर।
मामले की पृष्ठभूमि
इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार और शिकायतकर्ता को भी नोटिस जारी किया गया। न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने गांधी द्वारा उनके खिलाफ जारी समन आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश पारित किया। कांग्रेस नेता ने तर्क दिया कि यह शिकायत राजनीतिक प्रेरणा से भरी हुई थी और दुर्भावनापूर्ण तरीके से दायर की गई थी।
इससे पहले, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 29 मई को उनकी याचिका को खारिज कर दिया था। यह मामला उदय शंकर श्रीवास्तव द्वारा दायर किया गया था, जिन्होंने आरोप लगाया था कि राहुल गांधी ने भारत-चीन सीमा गतिरोध के संदर्भ में सेना के बारे में कई अपमानजनक टिप्पणियाँ की थीं.
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
Supreme Court pulls up Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi over his alleged remarks on the Indian Army after a clash between the Indian and Chinese armies on December 9, 2022.
— News Media (@NewsMedia) August 4, 2025
(File photo) pic.twitter.com/BPExyZ15k5