सुप्रीम कोर्ट ने परिसर में सुरक्षा बढ़ाई, फ़ोटोग्राफ़ी पर लगाया प्रतिबंध
सुप्रीम कोर्ट ने अपने परिसर में सुरक्षा को बढ़ाते हुए फ़ोटोग्राफ़ी और वीडियोग्राफ़ी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। नए नियमों के अनुसार, पत्रकारों को केवल निम्न-सुरक्षा क्षेत्र में साक्षात्कार और लाइव प्रसारण करने की अनुमति होगी। उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जानें इस आदेश के पीछे के कारण और इसके प्रभाव के बारे में।
Sep 12, 2025, 18:36 IST
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सुप्रीम कोर्ट का नया आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने अपने परिसर की सुरक्षा को और मजबूत करते हुए एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है। अब उच्च-सुरक्षा क्षेत्र में फ़ोटोग्राफ़ी और वीडियोग्राफ़ी पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। 10 सितंबर को जारी एक सर्कुलर में कोर्ट प्रशासन ने स्पष्ट किया कि किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र में फ़ोटो खींचने या वीडियो बनाने की अनुमति नहीं होगी। यह निर्णय सर्वोच्च न्यायालय की सुरक्षा और वहां आने वाले लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। नए नियमों के तहत, मोबाइल फ़ोन का उपयोग तस्वीरें या वीडियो लेने के लिए वर्जित है, और कैमरे, ट्राइपॉड, तथा सेल्फी स्टिक का भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा।
पत्रकारों के लिए नए दिशा-निर्देश
आदेश में यह भी कहा गया है कि पत्रकारों को केवल निम्न-सुरक्षा क्षेत्र के लॉन में साक्षात्कार और लाइव प्रसारण करने की अनुमति होगी। यदि कोई वकील, वादी, प्रशिक्षु या विधि लिपिक इन नियमों का उल्लंघन करता है, तो उस पर बार एसोसिएशन या संबंधित राज्य बार काउंसिल द्वारा कार्रवाई की जाएगी। मीडिया कर्मियों के लिए, नियमों का उल्लंघन करने पर एक महीने तक उच्च-सुरक्षा क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। इसके अलावा, सर्वोच्च न्यायालय के रजिस्ट्री कर्मचारियों और अन्य विभागीय कर्मचारियों पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी, और यदि वे नियमों का उल्लंघन करते हैं, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।