सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने दो मुख्य न्यायाधीशों की पदोन्नति की सिफारिश की

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने हाल ही में दो उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों को सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नति देने की सिफारिश की है। इस निर्णय के तहत, बॉम्बे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आलोक अराधे और पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विपुल मनुभाई पंचोली का नाम शामिल है। इस नियुक्ति से सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की संख्या 34 हो जाएगी। जानें इस महत्वपूर्ण निर्णय के बारे में और अधिक जानकारी।
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सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने दो मुख्य न्यायाधीशों की पदोन्नति की सिफारिश की

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने दो उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों को भारत के सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नत करने का निर्णय लिया। 25 अगस्त को किए गए प्रस्ताव के अनुसार, कॉलेजियम ने बॉम्बे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति आलोक अराधे का नाम आगे बढ़ाया, जो मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय से हैं। इसके अलावा, पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति विपुल मनुभाई पंचोली को भी पदोन्नति के लिए चुना गया है। उनका मूल उच्च न्यायालय गुजरात उच्च न्यायालय है।


मुख्य न्यायाधीश गवई की अध्यक्षता में न्यायमूर्ति सूर्यकांत, विक्रम नाथ, जेके माहेश्वरी और बीवी नागरत्ना सहित पांच सदस्यीय कॉलेजियम ने इन सिफारिशों को मंजूरी दी। इस नियुक्ति के बाद, सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 34 हो जाएगी। जस्टिस आलोक अराधे ने इस वर्ष जनवरी में बॉम्बे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी, जबकि न्यायमूर्ति विपुल एम पंचोली ने जुलाई में पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण की थी।


जस्टिस पंचोली ने गुजरात उच्च न्यायालय में वकालत की और सात वर्षों तक सहायक सरकारी वकील और अतिरिक्त लोक अभियोजक के रूप में कार्य किया। इसके साथ ही, उन्होंने अहमदाबाद के सर एल.ए. शाह कॉलेज में 21 वर्षों तक विजिटिंग फैकल्टी के रूप में भी सेवाएं दीं।