सुधांशु त्रिवेदी ने महागठबंधन पर शायरी के जरिए किया कटाक्ष

महागठबंधन पर तंज

भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने महागठबंधन पर कसा तंज
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का नामांकन समाप्त हो चुका है, लेकिन महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर कोई सहमति नहीं बन पाई है। कांग्रेस और राजद कई सीटों पर आमने-सामने हैं। इस पर भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने महागठबंधन की सीट शेयरिंग पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पहले चरण का नामांकन खत्म हो गया है, लेकिन महागठबंधन के बीच की उठापटक का कोई निष्कर्ष नहीं निकला है।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि महागठबंधन के नेता यह दावा कर रहे थे कि उनका सीट शेयरिंग का फार्मूला जल्द ही सामने आएगा, लेकिन ऐसा लगता है कि दिन तो निकल गए, लेकिन फार्मूला अब तक नहीं आया।
शायरी के माध्यम से महागठबंधन पर कटाक्ष
इस दौरान, प्रवक्ता ने मीसाब अकबराबादी की एक शायरी भी सुनाई। उन्होंने कहा, "उम्र-ए-दराज मांग कर लाए थे चार दिन, दो आरजू में कट गए दो इंतजार में।" इसका मतलब है कि दो दिन इस इंतजार में बीते कि कब गठबंधन बनेगा और दो दिन इस इंतजार में कि कब सीटों का फार्मूला आएगा। यह दर्शाता है कि ऐसा गठबंधन, जो आंतरिक कलह से भरा है, बिहार को सकारात्मक दिशा नहीं दे सकता।
चुनाव हारने पर मतदाता सूची को देंगे दोष
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि जिन दलों के भीतर आपसी मतभेद और संघर्ष हैं, वे राज्य को स्थिर नेतृत्व कैसे प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो अपने उम्मीदवारों की सूची भी तय नहीं कर पा रहे, वे चुनाव हारने के बाद मतदाता सूची को दोष देंगे। यह इस बात का प्रमाण है कि वे अपनी गलतियों पर कभी ध्यान नहीं देते।
सीट शेयरिंग पर नहीं बनी सहमति
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर अब तक कोई अंतिम समझौता नहीं हो पाया है, जबकि चुनावी माहौल तेजी से गर्म हो रहा है। महागठबंधन में आपसी तालमेल की कमी स्पष्ट है। कुछ सीटों पर विभिन्न पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवार भी घोषित कर दिए हैं, जिससे गठबंधन के भीतर ही मुकाबले की स्थिति उत्पन्न हो गई है.