सुधा मूर्ति ने धोखाधड़ी कॉल का सामना किया, साइबर पुलिस में दर्ज कराई शिकायत
राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने हाल ही में एक धोखाधड़ी कॉल का सामना किया, जिसमें उनसे संवेदनशील जानकारी हासिल करने का प्रयास किया गया। कॉल करने वाली महिला ने खुद को दूरसंचार मंत्रालय की कर्मचारी बताया और मूर्ति पर अश्लील वीडियो देखने का आरोप लगाया। जब मूर्ति ने जानकारी देने से मना किया, तो उन्हें धमकियाँ दी गईं। इस घटना के बाद, मूर्ति ने बेंगलुरु साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और सुधा मूर्ति के सामाजिक कार्यों के बारे में।
Sep 22, 2025, 18:45 IST
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सुधा मूर्ति का धोखाधड़ी कॉल का अनुभव
राज्यसभा की सांसद और सामाजिक कार्यकर्ता सुधा मूर्ति हाल ही में एक धोखाधड़ी कॉल का शिकार बनीं, जिसमें उनसे संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया गया। 20 सितंबर को बेंगलुरु साइबर पुलिस में दर्ज की गई शिकायत में, मूर्ति ने 5 सितंबर को सुबह हुई इस घटना का विवरण दिया। उनके अनुसार, उन्हें एक कॉल आई, जिसे ट्रूकॉलर ऐप पर चेक करने पर दूरसंचार विभाग का नंबर बताया गया। कॉल करने वाली महिला ने खुद को दूरसंचार मंत्रालय की कर्मचारी बताया। उसने कहा कि मूर्ति का मोबाइल नंबर जनवरी 2020 में उनके आधार से लिंक किए बिना ही रजिस्टर कर लिया गया था। महिला ने मूर्ति पर आरोप लगाया कि उन्होंने उस नंबर का उपयोग अश्लील वीडियो देखने या वितरित करने के लिए किया और चेतावनी दी कि उसी दिन दोपहर 12 बजे तक उनकी मोबाइल सेवाएँ बंद कर दी जाएँगी।
धमकी और कानूनी कार्रवाई की मांग
इसके बाद, कॉल करने वाले ने मूर्ति से संवेदनशील जानकारी हासिल करने का प्रयास किया। जब मूर्ति ने ऐसा करने से मना किया, तो कॉल करने वाले ने गाली-गलौज की और धमकियाँ दीं। इस बीच, बेंगलुरु में साइबर अपराध पुलिस में इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। सुधा मूर्ति ने धोखाधड़ी से व्यक्तिगत जानकारी हासिल करने के प्रयास और धमकी देने के आरोप में कानूनी कार्रवाई की मांग की है। सुधा मूर्ति एक प्रसिद्ध भारतीय लेखिका, सामाजिक कार्यकर्ता और परोपकारी हैं, जिन्हें शिक्षा और ग्रामीण विकास में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। 1950 में जन्मी, वह इंफोसिस टेक्नोलॉजीज की परोपकारी शाखा, इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष हैं।
सुधा मूर्ति का साहित्यिक योगदान
सुधा मूर्ति ने अंग्रेजी और कन्नड़ में उपन्यास, यात्रा वृत्तांत और बाल साहित्य सहित कई किताबें लिखी हैं और अपनी सरल लेकिन प्रभावशाली कहानी कहने की कला के लिए व्यापक प्रशंसा अर्जित की है। विभिन्न सामाजिक पहलों, विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के माध्यम से वंचित समुदायों को सशक्त बनाने के प्रति उनके समर्पण के लिए उन्हें सराहा जाता है। उनके कार्य और विनम्रता ने उन्हें भारत और विदेशों में एक सम्मानित व्यक्ति बना दिया है।