सीएम योगी ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना, दीपोत्सव पर की तीखी टिप्पणी

मुख्यमंत्री का बयान

गोरखपुर से संवाददाता की रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान दिए गए बयान के लिए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा हमला किया है। उन्होंने इस बयान को मिट्टी के शिल्पकारों और प्रजापति समाज का अपमान करार दिया।
योगी ने कहा कि अखिलेश ने यह साबित कर दिया है कि गद्दी विरासत में मिलती है, बुद्धि नहीं। उन्होंने यह भी बताया कि दीपोत्सव के लिए बनाए जाने वाले दीप से प्रजापति समाज को स्वावलंबन का अवसर मिलता है और यह प्लास्टिक के उपयोग को कम करने में भी मदद करता है। यह बयान उन्होंने मंगलवार शाम को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में दिया।
सपा पर आरोप
मुख्यमंत्री ने सपा को राष्ट्रद्रोही और समाजद्रोही बताते हुए अतीत की एक घटना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब तीर्थ विकास परिषद अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण कर रही थी, तब अखिलेश यादव ने सैफई में दुर्योधन की प्रतिमा स्थापित करने का ऐलान किया था।
योगी ने रामभक्तों के प्रति सपा सरकार के नकारात्मक रुख को याद करते हुए कहा कि पिछले वर्ष अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए रिकॉर्ड छह करोड़ लोग आए थे।
प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन के दौरान भी सपा के लोगों ने नकारात्मकता फैलाने का प्रयास किया, लेकिन जनता ने इसे अस्वीकार कर दिया। मुख्यमंत्री ने जाति आधारित वैमनस्यता को बढ़ावा देने वाले तत्वों के खिलाफ समाज को एकजुट होने की अपील की।
समाज में विद्वेष फैलाने वालों का विरोध
योगी ने कहा कि राष्ट्र के विखंडन के लिए काम करने वालों को रोकना आवश्यक है। उन्होंने कालनेमी, शूर्पणखा और ताड़का जैसे लोगों का उल्लेख किया, जो समाज में विद्वेष फैलाने का कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने बलरामपुर के छांगुर बाबा का भी जिक्र किया और ऐसे लोगों के खिलाफ अभियान चलाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके साथ ही, उन्होंने राणा सांगा, राणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी और गुरु गोविंद सिंह जैसे महापुरुषों का नाम लिया, जो इस्लामिक राजनीति का विरोध करने वाले योद्धा थे।