सिरमौर में धार्मिक टकराव: पुलिस बल तैनात, 10 लोग घायल

हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में हाल ही में दो धार्मिक समुदायों के बीच टकराव की घटनाएं सामने आई हैं। एक हिंदू युवती और एक मुस्लिम युवक के प्रेम प्रसंग को लेकर हुई इस झड़प में पुलिसकर्मियों समेत 10 लोग घायल हो गए। स्थानीय हिंदू संगठनों ने इसे 'लव जिहाद' का मामला बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है। जानें इस मामले में और क्या हुआ।
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सिरमौर में धार्मिक टकराव: पुलिस बल तैनात, 10 लोग घायल

सिरमौर में हिंसा की घटनाएं

हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में हाल ही में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने सुरक्षा बलों को तैनात किया है। जानकारी के अनुसार, यह टकराव दो अलग-अलग धार्मिक समुदायों के बीच हुआ था।


इस संघर्ष की जड़ में एक हिंदू युवती और एक मुस्लिम युवक के बीच प्रेम संबंध बताया जा रहा है। पांवटा साहिब क्षेत्र में इस मामले को लेकर झड़प हुई, जिसमें पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 10 लोग घायल हुए हैं।


स्थानीय हिंदू संगठनों ने पिछले चार दिनों से पांवटा साहिब में विरोध प्रदर्शन किया है, जिसमें उन्होंने इसे 'लव जिहाद' का मामला करार दिया है। पुलिस ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है।


प्रदर्शन और झड़पें

18 वर्षीय युवती के परिवार ने आरोप लगाया है कि वह 19 वर्षीय युवक के साथ चार जून को भाग गई थी। इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।


सूत्रों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने नाहन से 25 किलोमीटर दूर माजरा में नाहन-पांवटा राजमार्ग को एक घंटे तक बाधित किया, जिससे मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की गई।


पथराव और पुलिस की कार्रवाई

जैसे ही प्रदर्शनकारी मुस्लिम युवक के घर की ओर बढ़ने लगे, दूसरी ओर से पथराव शुरू हुआ, जिसका जवाब प्रदर्शनकारियों ने भी दिया।


पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बल का प्रयोग किया। इस घटना में 10 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें महिलाएं और कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।


राजनीतिक प्रतिक्रिया

स्थानीय भाजपा विधायक सुखराम चौधरी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने पुलिस की कार्रवाई की निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने 'लव जिहाद' के मामले में पीड़ित परिवार पर लाठीचार्ज किया।