सिद्धारमैया ने कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद पर बने रहने की पुष्टि की

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का स्पष्ट बयान
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने स्पष्ट किया है कि वह पूरे पांच साल तक अपने पद पर बने रहेंगे। उन्होंने कांग्रेस शासित राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को समाप्त करते हुए कहा कि, "हां, मैं कर्नाटक का मुख्यमंत्री रहूंगा।" जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या वह अपनी अवधि पूरी करेंगे, तो उन्होंने संदेह को खारिज किया। कांग्रेस ने भी इस बात की पुष्टि की है कि सिद्धारमैया को हटाने की कोई योजना नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी नेतृत्व परिवर्तन पर विचार नहीं कर रहा है।
डीके शिवकुमार का समर्थन
सिद्धारमैया के डिप्टी, डीके शिवकुमार ने कहा कि उनके पास मुख्यमंत्री का समर्थन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने मीडिया से कहा, "मुझे उनके साथ खड़ा होना है और उनका समर्थन करना है।" शिवकुमार ने यह भी कहा कि पार्टी आलाकमान जो भी निर्णय लेगा, उसे मानना होगा।
कांग्रेस का नेतृत्व संकट सुलझाना
कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक में नेतृत्व संकट को सुलझाने का निर्णय लिया है। सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाए रखने के पीछे कई कारण हैं।
बिहार चुनाव 2025
बिहार एकमात्र ऐसा राज्य है जहां 2025 में चुनाव होने हैं। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस को लगता है कि ओबीसी समुदाय से किसी नेता को हटाने से चुनाव में नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष का मुद्दा
यदि शिवकुमार मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, तो उन्हें कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ना होगा। लेकिन वह ऐसा करने के लिए तैयार नहीं हैं।
'मनी लॉन्ड्रिंग' का खतरा
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद, सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच मुख्यमंत्री पद के लिए प्रतिस्पर्धा थी। कांग्रेस ने सिद्धारमैया को चुना क्योंकि शिवकुमार केंद्रीय एजेंसियों की जांच के दायरे में थे।
राजस्थान और मध्य प्रदेश की गलतियों से बचना
कांग्रेस कर्नाटक में राजस्थान और मध्य प्रदेश की गलतियों को दोहराना नहीं चाहती।
सिद्धारमैया की महत्वाकांक्षा
सूत्रों के अनुसार, सिद्धारमैया सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड बनाना चाहते हैं। उन्होंने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से कहा है कि वह डीकेएस के लिए रास्ता साफ करते हुए पद छोड़ देंगे।