सिद्धारमैया कर्नाटक के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री बनने के करीब
सिद्धारमैया का मुख्यमंत्री बनने का सपना
लगभग एक वर्ष पूर्व, सिद्धारमैया ने एक कन्नड़ चैनल पर कर्नाटक के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री बनने की अपनी आकांक्षा व्यक्त की थी।
रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी
डीके शिवकुमार के साथ मनमुटाव की अटकलों के बीच, सिद्धारमैया अब कर्नाटक के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री, डी देवराज उर्स का रिकॉर्ड तोड़ने के करीब हैं। उर्स, जो पिछड़े समुदाय के एक प्रमुख नेता थे, के साथ सिद्धारमैया की कई समानताएँ हैं।
विशेष आयोजन की योजना
इस महत्वपूर्ण अवसर को मनाने के लिए, 6 जनवरी को बेंगलुरु में एक नाटी कोली ऊटा (देसी चिकन दावत) का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन 'अहिंदा' द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जो एक राजनीतिक शब्द है जिसे उर्स ने गढ़ा था।
उर्स का रिकॉर्ड
सिद्धारमैया डी देवराज उर्स के रिकॉर्ड का पीछा कर रहे हैं, जिन्होंने कुल 2,792 दिनों तक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। दोनों नेताओं की राजनीतिक यात्रा में कई समानताएँ हैं।
उर्स का योगदान
उर्स, जो 1973 में मैसूर राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने, ने पिछड़े समुदायों के उत्थान के लिए कई नीतियाँ लागू कीं। उनके बाद कई मुख्यमंत्री उभरे, जिनमें सिद्धारमैया भी शामिल हैं।
सिद्धारमैया का राजनीतिक सफर
कुरुबा गौड़ा समुदाय के सदस्य सिद्धारमैया ने उर्स की राजनीति को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया है। उन्होंने कर्नाटक में लिंगायत और वोक्कालिगा समुदायों की प्रभुत्व को चुनौती दी।
कांग्रेस की चुनावी सफलता
उर्स और सिद्धारमैया दोनों ने कांग्रेस को कर्नाटक में महत्वपूर्ण चुनावी सफलताएँ दिलाई हैं। सिद्धारमैया के नेतृत्व में 2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 224 में से 135 सीटें जीतीं।
सिद्धारमैया की विरासत
सिर्फ एक सप्ताह बाकी है, और सिद्धारमैया कर्नाटक के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता के रूप में अपनी विरासत को मजबूत करने के लिए तैयार हैं।
