सिडनी में गोलीबारी: आरोपी के परिवार और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की नई जानकारी
सिडनी में गोलीबारी की घटना का विवरण
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बॉन्डी बीच के निकट हुई गंभीर गोलीबारी के बाद आरोपी के पारिवारिक और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बारे में नई जानकारियाँ सामने आई हैं। इस हमले में शामिल साजिद अकरम के परिवार ने इस घटना से खुद को पूरी तरह अलग बताया है, यह कहते हुए कि उनका उससे कई वर्षों से कोई संपर्क नहीं रहा।
साजिद अकरम का पारिवारिक इतिहास
जानकारी के अनुसार, साजिद अकरम का भाई, जो हैदराबाद में निवास करता है, ने बताया कि साजिद लगभग 25 साल पहले ऑस्ट्रेलिया चला गया था। वहां उसने एक ईसाई महिला से विवाह किया, जिसके बाद पारिवारिक संबंध लगभग समाप्त हो गए। परिवार का कहना है कि साजिद ने लंबे समय से किसी से बात नहीं की और यहां तक कि अपनी बुजुर्ग मां की तबीयत के बारे में भी पूछताछ नहीं की।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की जांच
घटना के बाद, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने हैदराबाद में परिवार से संपर्क किया और साजिद से जुड़ी जानकारियाँ इकट्ठा कीं। सरकारी सूत्रों के अनुसार, साजिद के पिता कई साल पहले सऊदी अरब से लौटे थे और हैदराबाद में एक फ्लैट खरीदा था। इसी दौरान, साजिद 1998 में छात्र वीजा पर ऑस्ट्रेलिया गया।
साजिद का भारत आना और विवाद
प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि साजिद कुछ साल पहले भारत आया था और संपत्ति को लेकर उसके और उसके भाइयों के बीच विवाद हुआ था। सूत्रों का कहना है कि हैदराबाद में रहने वाले परिवार के अन्य सदस्यों से भी पूछताछ की जा सकती है।
घटना का विवरण और उसके परिणाम
यह गोलीबारी 14 दिसंबर की शाम को बॉन्डी बीच के पास हुई, जहां हनुक्का पर्व के अवसर पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित थे। आरोप है कि साजिद अकरम और उसके बेटे नावेद अकरम ने भीड़ पर अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें 15 लोगों की जान गई और 24 अन्य घायल हुए। साजिद को मौके पर ही पुलिस ने मार गिराया, जबकि नावेद गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती था और अब वह कोमा से बाहर आ चुका है।
घटना के दौरान की गई कार्रवाई
घटना के समय मौजूद लोगों द्वारा बनाए गए कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिनमें दोनों हमलावरों को एक फुटब्रिज से पार्क और भीड़ की ओर गोली चलाते हुए देखा जा सकता है। रिपोर्टों के अनुसार, पहला फायर शाम 6:42 बजे हुआ, जिसके बाद इलाके में अफरातफरी मच गई।
स्थानीय नागरिक की बहादुरी
करीब तीन मिनट बाद, एक स्थानीय नागरिक ने साहस दिखाते हुए एक हमलावर को रोकने की कोशिश की, जिसके दौरान वह खुद कई गोलियों का शिकार हुआ। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इसके बाद पुलिस और हमलावरों के बीच लंबी मुठभेड़ हुई, जिसमें दोनों आरोपियों को गोली लगी।
पुलिस की जांच और अंतरराष्ट्रीय संबंध
न्यू साउथ वेल्स पुलिस के अनुसार, मारे गए आरोपी के पास वैध हथियार लाइसेंस था और उसके पास कुल छह कानूनी हथियार थे। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि फिलहाल किसी अन्य संदिग्ध की तलाश नहीं की जा रही है। जीवित आरोपी की मेडिकल स्थिति के आधार पर आगे कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने यह भी पुष्टि की है कि दोनों आरोपी पिछले महीने फिलीपींस गए थे, जहां वे लगभग 28 दिनों तक रुके। जांच एजेंसियां अब इस यात्रा के उद्देश्य और हमले से संभावित संबंधों की भी पड़ताल कर रही हैं।
