साध्वी प्रज्ञा का विवादास्पद बयान, योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर किया हमला

साध्वी प्रज्ञा का बयान
2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में बरी हुई पूर्व भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि उन्हें इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लेने के लिए "मजबूर" किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा न करने पर उन्हें "बहुत प्रताड़ित" किया गया। उन्होंने रविवार को कहा, "हाँ, मुझे मजबूर किया गया था। मैंने दबाव में आकर किसी का नाम नहीं लिया, किसी को झूठा नहीं फंसाया... इसलिए, मुझे बहुत प्रताड़ित किया गया।"
योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया
साध्वी प्रज्ञा के इस बयान के बाद, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मालेगांव बम विस्फोट मामले में हाल के अदालत के फैसले को लेकर कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि भगवा को आतंक का प्रतीक बताकर देश की आस्था को कलंकित करने वालों का चेहरा अब जनता के सामने उजागर हो चुका है।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ में भाजपा की एक संगठनात्मक बैठक में मालेगांव बम विस्फोट मामले के हालिया फैसले का जिक्र करते हुए कांग्रेस और विपक्षी दलों पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, ‘‘जैसे ही मालेगांव मामले में सत्य सामने आया, कांग्रेस की साजिशें बेनकाब हो गईं।’’
हर घर तिरंगा अभियान
आदित्यनाथ ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को केवल झंडा फहराने का आयोजन नहीं, बल्कि जन-जन में राष्ट्रभक्ति की भावना को जागृत करने का जनआंदोलन बताया। उन्होंने कहा, ‘‘यह अभियान आत्मनिर्भर भारत की भावना को जमीन पर उतारने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।’’
मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे इस अभियान से जुड़कर अपने-अपने घरों पर तिरंगा फहराएं और स्थानीय शिल्प को प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा, ‘‘यह भारत को आर्थिक रूप से मजबूत करके ब्लैकमेल करने वालों को करारा जवाब देने का सबसे सशक्त तरीका है।’’
मतदाता पुनरीक्षण अभियान
मुख्यमंत्री ने मतदाता पुनरीक्षण अभियान को लोकतंत्र की आधारशिला बताते हुए कहा कि यह कार्य केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि राजनीतिक जिम्मेदारी भी है। उन्होंने भाजपा के कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सुनिश्चित करें कि उनके बूथ की मतदाता सूची में कोई भी पात्र मतदाता छूटने न पाए।