सातवें दरवाजे का रहस्य: प्रलय की चेतावनी
पद्मनाभस्वामी मंदिर का सातवां दरवाजा रहस्यमय है, जिसके खुलने पर प्रलय आने की चेतावनी दी जाती है। इस मंदिर की संपत्ति और रहस्यों के बारे में जानें। क्या सच में इस दरवाजे को खोलना खतरनाक हो सकता है? जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख।
Jul 28, 2025, 03:07 IST
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मंदिर का रहस्यमय सातवां दरवाजा

हर प्राचीन मंदिर अपने साथ कई रहस्यमय कहानियाँ और मान्यताएँ लेकर आता है। एक ऐसा मंदिर है, जिसके बारे में कहा जाता है कि इसका सातवां दरवाजा खुलते ही प्रलय आ जाएगा।
आइए जानते हैं कि यह रहस्यमय मंदिर कौन सा है।
- यह मंदिर केरल के तिरुवनन्तपुरम में स्थित है।
- इसका नाम पद्मनाभस्वामी मंदिर है।
- यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है।
- भगवान विष्णु की प्रतिमा गर्भगृह में स्थापित है।
- भगवान विष्णु शेषनाग पर शयन अवस्था में विराजमान हैं।
- इस मंदिर से जुड़े कई रहस्य हैं।
- यह दुनिया का सबसे धनी मंदिर माना जाता है।
- इसकी कुल संपत्ति लगभग 1,32,000 करोड़ रुपये है।
- त्रावणकोर में 1947 तक राजाओं का शासन था।
- भारत की आज़ादी के बाद भी इस मंदिर पर सरकार का अधिकार नहीं था।
- मंदिर की देखभाल शाही परिवार द्वारा एक निजी संस्था के माध्यम से की जाती है।
- जनता की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने 6 दरवाजे खोलने की अनुमति दी।
- इन दरवाजों से 1,32,000 करोड़ रुपये के सोने के जेवर निकले हैं।
- सातवां दरवाजा सबसे रहस्यमय है, जिसके खुलने पर प्रलय आने की मान्यता है।
- इस दरवाजे पर कोई कुंडी या नट नहीं है।
- यहाँ केवल दो सर्पों का प्रतिबिंब है, जो इस दरवाजे के रक्षक माने जाते हैं।
- यह दरवाजा केवल मंत्रोच्चारण से खुल सकता है।
- ‘गरुड़ मंत्र’ का प्रयोग करके इसे खोला जा सकता है।
- मंत्र का उच्चारण स्पष्ट न होने पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
- त्रावणकोर राजपरिवार के मुखिया ने कहा है कि इस दरवाजे को खोलने से प्रलय आ सकता है।
प्राचीन वस्तुओं को रहस्यमय तरीकों से सुरक्षित रखा जाता था। ऐसे में, सातवें दरवाजे के रहस्य को जानने की इच्छा तो सभी को है, लेकिन इसे छेड़ना अनुचित होगा।
इस दरवाजे का बंद रहना ही उचित है, क्योंकि इसके खुलने पर संभावित खतरे हो सकते हैं।