साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में छात्रों का धरना, यौन उत्पीड़न के मामलों में त्वरित कार्रवाई की मांग

साउथ एशियन यूनिवर्सिटी के छात्रों ने यौन उत्पीड़न के मामलों में प्रशासन की देरी के खिलाफ धरना दिया है। छात्रों ने त्वरित कार्रवाई की मांग की है और प्रशासन की चुप्पी से नाराज हैं। इस घटना के बाद छात्रों का गुस्सा बढ़ गया है, और वे न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और छात्रों की मांगें।
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साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में छात्रों का धरना, यौन उत्पीड़न के मामलों में त्वरित कार्रवाई की मांग

छात्रों का विरोध प्रदर्शन

साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में छात्रों का धरना, यौन उत्पीड़न के मामलों में त्वरित कार्रवाई की मांग

साउथ एशियन यूनिवर्सिटी
में धरने पर छात्र

साउथ एशियन यूनिवर्सिटी (SAU) के छात्रों ने प्रशासनिक भवन के बाहर धरना दिया है। छात्रों ने विश्वविद्यालय पर यौन उत्पीड़न के मामलों में कार्रवाई में देरी का आरोप लगाया है। आज शाम को वे प्रशासन से स्पष्टता और ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।

छात्रों का कहना है कि यौन उत्पीड़न जैसी गंभीर घटनाओं में समय पर कार्रवाई न होने से असंतोष बढ़ रहा है। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से तुरंत जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपेक्षा की है। उनका यह धरना शांतिपूर्ण है, लेकिन वे प्रशासन का ध्यान इस गंभीर मुद्दे की ओर आकर्षित करना चाहते हैं।


प्रशासन की चुप्पी

प्रशासन की प्रतिक्रिया नहीं

अब तक विश्वविद्यालय ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, जिससे छात्रों का गुस्सा और बढ़ गया है। छात्र प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि यौन उत्पीड़न के मामलों में तेजी से कार्रवाई की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।


घटना का विवरण

क्या है पूरा मामला?

दक्षिण दिल्ली की साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में एक छात्रा के साथ कथित यौन उत्पीड़न की घटना सामने आई है। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अंकित चौहान ने बताया कि सोमवार दोपहर लगभग तीन बजे मैदान गढ़ी पुलिस थाने को पीसीआर कॉल मिली। यह कॉल लड़की के किसी परिचित ने की थी। पुलिस की टीम तुरंत विश्वविद्यालय पहुंची और मामले की जानकारी ली। अधिकारी ने कहा कि फिलहाल पीड़िता को काउंसलिंग दी जा रही है। उन्होंने बताया कि लड़की ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया है। उसके बयान के आधार पर आगे कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

धरने में शामिल छात्रों ने कहा कि वे केवल न्याय की मांग कर रहे हैं और उनके लिए सुरक्षित और सम्मानजनक शैक्षणिक वातावरण बहुत महत्वपूर्ण है।