सांपों के बदले की कहानियाँ: क्या सच में लेते हैं बदला?

हाल ही में मेरठ में एक युवक की सांप के काटने से मौत ने यह चर्चा छेड़ दी है कि क्या सांप बदला लेते हैं। भारत में सांपों के प्रति कई अंधविश्वास प्रचलित हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि सांपों के बारे में क्या सच है और भारत में सांपों के काटने से होने वाली मौतों की संख्या कितनी है। क्या सांप अपने प्रतिशोध के लिए जाने जाते हैं? जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख।
 | 
सांपों के बदले की कहानियाँ: क्या सच में लेते हैं बदला?

सांपों का बदला लेने का मिथक

सांपों के बदले की कहानियाँ: हाल ही में उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसमें एक युवक को सांप ने 10 बार डस लिया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। सांप ने डसने के बाद वहां से नहीं हटने का निर्णय लिया और अगले दिन जब परिवार वाले उसे देखने पहुंचे, तो वह मृतक के पास बैठा हुआ था। इस घटना ने क्षेत्र में यह चर्चा शुरू कर दी कि सांप ने प्रतिशोध लिया है। भारत में सांपों के बारे में कई अंधविश्वास प्रचलित हैं। आइए, जानते हैं इसके बारे में।



क्या सांप बदला लेते हैं?

भारत के विभिन्न हिस्सों में सांपों के बारे में कई प्रकार की मान्यताएँ हैं। इनमें से एक प्रमुख धारणा यह है कि सांप अपने हमलावर की छवि को अपने मन में कैद कर लेते हैं ताकि वे अपने साथी की मौत का प्रतिशोध ले सकें। इस विषय पर कई फिल्में और टीवी शो भी बने हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि सांपों का मस्तिष्क इंसानों की तरह विकसित नहीं होता, इसलिए वे अपने साथी की मृत्यु पर वैसा अनुभव नहीं करते। तो फिर वे बदला कैसे ले सकते हैं?


भारत में सांपों के काटने से होने वाली मौतें

दुनिया में सांपों के काटने से होने वाली मौतों की सबसे अधिक संख्या भारत में है। 2020 में एक अध्ययन के अनुसार, हर साल भारत में 58,000 से अधिक लोग सांप के काटने से मर जाते हैं। वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू के अनुसार, 2025 तक 51,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। पाकिस्तान इस मामले में दूसरे स्थान पर है, जहां 2,000 मामले दर्ज किए गए हैं। विश्व में लगभग 3,000 प्रजातियों के सांप पाए जाते हैं, जिनमें से भारत में 320 से अधिक प्रजातियाँ मौजूद हैं। भारत में पाए जाने वाले सांपों में केवल 15 प्रतिशत जहरीले होते हैं।