सहारनपुर में इमरान मसूद का हाउस अरेस्ट, धर्म के आधार पर कार्रवाई का आरोप

कांग्रेस सांसद इमरान मसूद और सपा एमएलसी शाहनवाज खान को बरेली में एक पोस्टर विवाद के चलते हाउस अरेस्ट कर दिया गया है। मसूद ने आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ कार्रवाई धर्म के आधार पर की जा रही है। इस घटनाक्रम ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। जानें इस मामले में क्या हो रहा है और क्यों समर्थक नाराज हैं।
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सहारनपुर में इमरान मसूद का हाउस अरेस्ट, धर्म के आधार पर कार्रवाई का आरोप

बरेली में तनाव के बीच इमरान मसूद का हाउस अरेस्ट

सहारनपुर में इमरान मसूद का हाउस अरेस्ट, धर्म के आधार पर कार्रवाई का आरोप

इमरान मसूद

बरेली में एक पोस्टर को लेकर हुए दंगों के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद और सपा एमएलसी शाहनवाज खान को बरेली के उच्च अधिकारियों से मिलने जाने से पहले ही हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। मसूद ने आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ कार्रवाई एकतरफा और धर्म के आधार पर की जा रही है।

बुधवार को, इमरान मसूद के नेतृत्व में एक पार्टी डेलिगेशन बरेली जाने वाला था, लेकिन LIU की रिपोर्ट के बाद प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया। देर रात से ही दोनों नेताओं के घरों के बाहर पुलिस बल की तैनाती की गई है, और किसी भी बाहरी व्यक्ति को बिना अनुमति प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।

तनावपूर्ण स्थिति के कारण हाउस अरेस्ट

सूत्रों के अनुसार, बरेली में “I Love मोहम्मद” पोस्टर विवाद के चलते पहले से ही तनाव का माहौल बना हुआ था। ऐसे में नेताओं का वहां पहुंचना स्थिति को और बिगाड़ सकता था। हाउस अरेस्ट के इस निर्णय के बाद समर्थकों में नाराजगी देखी जा रही है, जो इसे उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन मानते हैं। पुलिस प्रशासन का कहना है कि शांति और व्यवस्था बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है।

सरकार चुनाव से चिंतित

कांग्रेस सांसद ने कहा कि सरकार को 2027 के चुनाव का डर सता रहा है, इसलिए उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार उनके खिलाफ बुलडोजर चलाने की योजना बना रही है। मसूद ने कहा कि फतेहपुर में मजार पर हुई अराजकता के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई।

धर्म के आधार पर कार्रवाई का आरोप

मसूद ने कहा कि उनकी हर गतिविधि पर पाबंदी लगा दी गई है और सरकार धर्म के आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें बताया जा रहा है कि माहौल खराब है, जबकि वे शांति के दूत हैं। कांग्रेस नेता ने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि नमाज के बाद प्रदर्शन करने का सिलसिला बंद करें, क्योंकि मस्जिदें नमाज के लिए होती हैं, हिंसा के लिए नहीं।