सलमान खुर्शीद ने कश्मीर की स्थिति पर की चर्चा, अनुच्छेद 370 का महत्व बताया
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कश्मीर की समस्याओं और अनुच्छेद 370 के प्रभाव पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे इस अनुच्छेद के समाप्त होने के बाद कश्मीर में चुनाव हुए और अब वहां एक निर्वाचित सरकार है। खुर्शीद ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत को वापस करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उनकी टिप्पणियाँ कश्मीर की वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाओं पर महत्वपूर्ण प्रकाश डालती हैं।
May 30, 2025, 12:26 IST
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कश्मीर की समस्याओं पर कांग्रेस नेता की टिप्पणी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद, जो एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी हैं, ने कश्मीर में लंबे समय से चल रही समस्याओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि कश्मीर की स्थिति में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है। पूर्व विदेश मंत्री ने इंडोनेशियाई थिंक टैंक और शिक्षाविदों को संबोधित करते हुए बताया कि अनुच्छेद 370 के कारण कश्मीर को देश के अन्य हिस्सों से अलग समझा जाता था। हालांकि, इस अनुच्छेद को समाप्त कर दिया गया है, जिसके बाद चुनावों में 65 प्रतिशत मतदान हुआ। खुर्शीद ने कहा कि अब कश्मीर में एक निर्वाचित सरकार है, और लोग वहां की समृद्धि को वापस लाने की इच्छा रखते हैं।
अनुच्छेद 370 का महत्व
अनुच्छेद 370 क्या है?
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 370, जो 1950 में लागू हुआ, ने जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा और स्वायत्तता प्रदान की। यह प्रावधान हमेशा से विवाद का विषय रहा है, क्योंकि इसके कारण इस क्षेत्र को विशेष अधिकार दिए गए थे। 2019 में, भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया, जिससे जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म हो गया। इसके साथ ही, राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में विभाजित किया गया, जिससे यह क्षेत्र भारतीय संविधान के दायरे में आ गया।
पीओके पर भारत की स्थिति
सलमान खुर्शीद ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को भारत को वापस किया जाना चाहिए। उन्होंने भारतीय संसद के सर्वसम्मत प्रस्ताव का हवाला देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पीओके के लिए सीटें खाली रहेंगी, जो भारत की इस क्षेत्र को पुनः प्राप्त करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।