सलमान खान को कोर्ट में पेश होने का आदेश, पान मसाला विज्ञापन पर उठे सवाल

बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान को पान मसाला विज्ञापन के विवाद में कोटा की उपभोक्ता अदालत में पेश होने का आदेश दिया गया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि विज्ञापनों में दावा किया गया है कि पान मसाला 'केसर युक्त' है, जबकि असली केसर की कीमत बाजार में बहुत अधिक है। अदालत ने सलमान के हस्ताक्षरों की फॉरेंसिक जांच कराने का भी आदेश दिया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और अदालत की कार्रवाई के बारे में।
 | 
सलमान खान को कोर्ट में पेश होने का आदेश, पान मसाला विज्ञापन पर उठे सवाल

सलमान खान के विज्ञापन पर विवाद

सलमान खान को कोर्ट में पेश होने का आदेश, पान मसाला विज्ञापन पर उठे सवाल


बॉलीवुड के सितारे अक्सर जनता का विश्वास जीत लेते हैं। जब सलमान खान जैसे बड़े नाम किसी उत्पाद की प्रशंसा करते हैं, तो लोग उसे खरीदने में संकोच नहीं करते। लेकिन क्या यह विश्वास सही है? राजस्थान के कोटा की एक उपभोक्ता अदालत ने इसी पर सवाल उठाए हैं। यह मामला पान मसाले के विज्ञापन से जुड़ा है, और अब यह केवल एक विज्ञापन तक सीमित नहीं रहा। अदालत ने सलमान खान को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का आदेश दिया है।


5 रुपये के पाउच में 4 लाख का केसर


यह विवाद एक महत्वपूर्ण प्रश्न से शुरू हुआ, जो हर उपभोक्ता के मन में उठता है। कोटा के वकील इंद्र मोहन सिंह हनी ने कंज्यूमर कमीशन में शिकायत दर्ज कराई है कि राजश्री पान मसाला और सलमान खान जनता को गुमराह कर रहे हैं। विज्ञापनों में यह दावा किया गया है कि यह पान मसाला ‘केसर युक्त’ है।


शिकायतकर्ता ने बताया कि असली केसर की कीमत बाजार में लगभग 4 लाख रुपये प्रति किलोग्राम है। ऐसे में, यह कैसे संभव है कि कंपनी केवल 5 रुपये के पाउच में असली केसर दे रही है? आरोप है कि यह केवल शब्दों का खेल है, जिससे युवाओं को भ्रमित किया जा रहा है और उन्हें हानिकारक उत्पादों की ओर धकेला जा रहा है, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।


सलमान के हस्ताक्षर पर उठे सवाल


मामला तब और जटिल हो गया जब अदालत में दस्तावेजों की सच्चाई पर सवाल उठाए गए। 9 दिसंबर को हुई सुनवाई के दौरान शिकायतकर्ता ने अदालत का ध्यान एक गंभीर मुद्दे की ओर खींचा। सलमान खान की ओर से अदालत में जवाब और ‘पावर ऑफ अटॉर्नी’ प्रस्तुत की गई थी।


शिकायतकर्ता का कहना है कि इन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर सलमान खान के असली हस्ताक्षरों से मेल नहीं खाते। उन्होंने दलील दी कि जो हस्ताक्षर जोधपुर जेल में किए गए थे, वे इस पावर ऑफ अटॉर्नी पर मौजूद दस्तखत से भिन्न हैं। इसका मतलब यह हो सकता है कि अदालत में संभवतः फर्जी दस्तावेज पेश किए गए हैं, जो एक गंभीर अपराध है।


20 जनवरी को होगा कोर्ट में सामना


कोटा कंज्यूमर कोर्ट ने इन दलीलों को गंभीरता से लिया है। अदालत ने सलमान खान के हस्ताक्षरों की फॉरेंसिक जांच कराने का आदेश दिया है। इसके अलावा, अदालत ने सलमान खान को 20 जनवरी को खुद कोर्ट में उपस्थित होने का निर्देश दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, जिस वकील आरसी चौबे ने दस्तावेजों को नोटराइज किया था, उन्हें भी तलब किया गया है।


ये भी पढ़ें- Salman Khan Net Worth: सलमान खान सिर्फ एक्टिंग से नहीं छापते नोट, यहां से होती है असली कमाई!