सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा: जानें इसके कारण और बचाव के उपाय

सर्दियों में तापमान गिरने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है, खासकर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों में। इस लेख में हम जानेंगे कि ठंड के मौसम में हार्ट अटैक के मामले क्यों बढ़ते हैं और इसके चार प्रमुख कारण क्या हैं। साथ ही, हम कुछ महत्वपूर्ण बचाव के उपाय भी साझा करेंगे, जो आपकी दिल की सेहत को सुरक्षित रखने में मदद करेंगे।
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सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा: जानें इसके कारण और बचाव के उपाय

सर्दियों में हार्ट अटैक का बढ़ता खतरा

सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा: जानें इसके कारण और बचाव के उपाय

हार्ट अटैक का खतरा Image Credit source: Getty Images

जैसे ही ठंड का मौसम आता है, तापमान में तेजी से गिरावट आती है, जो दिल की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। इस दौरान, पहले से हार्ट की समस्याओं से ग्रस्त लोग, बुजुर्ग, डायबिटीज और उच्च रक्तचाप के मरीजों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, सर्दियों में दिल की सेहत का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। आइए जानते हैं कि तापमान में गिरावट से हार्ट अटैक का खतरा क्यों बढ़ता है।

सर्दियों में हार्ट से संबंधित लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। छाती में दर्द या भारीपन, जो बाएं हाथ, कंधे या पीठ तक फैल सकता है, सबसे सामान्य लक्षण हैं। इसके अलावा, सांस लेने में कठिनाई, हल्का चक्कर आना, अत्यधिक थकान और पसीना आना भी चेतावनी संकेत हैं। कुछ व्यक्तियों में जबड़े या गर्दन में दर्द भी हो सकता है। ठंड में लोग अक्सर इन लक्षणों को गैस, कमजोरी या सामान्य थकान समझकर अनदेखा कर देते हैं, जिससे स्थिति गंभीर हो सकती है। यदि चलने, सीढ़ियां चढ़ने या ठंड में बाहर जाने पर छाती में दर्द बढ़ता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर पहचान और उपचार से हार्ट अटैक के गंभीर खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है.

सर्दियों में हार्ट अटैक के बढ़ने के 4 प्रमुख कारण

खून की नसों का सिकुड़ना

राजीव गांधी हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ. अजीत जैन के अनुसार, ठंड के कारण नसें सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्तचाप बढ़ता है। यह हार्ट पर अतिरिक्त दबाव डालता है और हार्ट अटैक की संभावना को बढ़ाता है।

ब्लड का गाढ़ा होना

सर्दियों में शरीर का तापमान गिरने पर रक्त थोड़ा गाढ़ा हो जाता है। इससे रक्त के थक्के बनने की संभावना बढ़ जाती है, जो हार्ट अटैक या स्ट्रोक का कारण बन सकता है।

ऑक्सीजन की कमी

ठंड में हार्ट को शरीर को गर्म रखने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे हार्ट की ऑक्सीजन की मांग बढ़ जाती है और कमजोर हार्ट वाले व्यक्तियों में खतरा अधिक हो जाता है।

अचानक मेहनत या एक्सरसाइज

सर्दियों में बिना वॉर्म-अप के भारी काम या व्यायाम करने से दिल पर अचानक दबाव बढ़ जाता है, जिससे हार्ट की धड़कन अनियमित हो सकती है और अटैक का खतरा बढ़ सकता है।

बचाव के उपाय

अपने शरीर को गर्म रखें और अचानक ठंडे वातावरण में जाने से बचें।

नियमित रूप से रक्तचाप, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराएं।

बिना वॉर्म-अप के भारी व्यायाम या काम न करें।

धूम्रपान से दूर रहें और संतुलित आहार लें।

यदि छाती में दर्द, सांस फूलने या अत्यधिक थकान का अनुभव हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.