सर्दियों में गुड़ के स्वास्थ्य लाभ: रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का प्राकृतिक उपाय

गुड़: सर्दियों का स्वास्थ्य रक्षक
नई दिल्ली: सर्दियों में शरीर में दर्द और ठंड से संबंधित कई बीमारियाँ आम हो जाती हैं। गुड़, जो मीठा और स्वादिष्ट होता है, स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। सर्दी के मौसम में गुड़ कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में मदद कर सकता है। यह एक प्राकृतिक स्वीटनर है जिसमें पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है। प्रतिदिन 10 से 20 ग्राम गुड़ का सेवन कई बीमारियों से दूर रख सकता है।
भारत गुड़ के प्रमुख उत्पादक देशों में से एक है, और इसे अक्सर 'औषधीय चीनी' के नाम से जाना जाता है। लगभग 3000 वर्षों से आयुर्वेद में इसका उपयोग मिठास के लिए किया जा रहा है। गुड़ गले और फेफड़ों के संक्रमण के उपचार में भी सहायक माना जाता है।
पंजाब के बाबे के आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के आयुर्वेदाचार्य प्रमोद आनंद तिवारी के अनुसार, सर्दियों में गुड़ का सेवन करने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। नियमित गुड़ खाने से न केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है, बल्कि यह संक्रमण से भी बचाता है।
गुड़ में जिंक, मैग्नीशियम, आयरन और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण तत्व होते हैं। इसके नियमित सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है और संक्रमण से सुरक्षा मिलती है।
वैद्य जी के अनुसार, गुड़ की गर्म तासीर सर्दियों में खांसी और जुकाम के लिए फायदेमंद होती है। गुड़ से बनी चाय पीने से ताजगी मिलती है और थकान दूर होती है। सर्दियों में गुड़ का सेवन पाचन में भी सुधार करता है।
आयुर्वेद में गुड़ का उपयोग सांस संबंधी समस्याओं, रक्त साफ करने और पाचन में सुधार के लिए किया जाता है। गुड़ फेफड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके एंटी-एलर्जी गुण फेफड़ों में एलर्जी पैदा करने वाले तत्वों को पनपने से रोकते हैं, जिससे सांस लेने में आसानी होती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि गुड़ में डिटॉक्सिफिकेशन के गुण होते हैं, जो शरीर से हानिकारक विषाक्त तत्वों को बाहर निकालते हैं। इसमें आयरन की भरपूर मात्रा होती है, जो हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाती है और रक्त को साफ रखती है।