सर्जियो गोर का भारत दौरा: अमेरिका-भारत संबंधों में नई संभावनाएं
अमेरिका के नए राजदूत सर्जियो गोर आज भारत के चार दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। यह दौरा द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और व्यापार वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। गोर और डिप्टी सेक्रेटरी माइकल जे. रिगास भारतीय अधिकारियों से मुलाकात करेंगे और कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे। जानें इस दौरे का क्या महत्व है और कैसे यह दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा दे सकता है।
Oct 10, 2025, 22:23 IST
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सर्जियो गोर का पहला आधिकारिक दौरा
अमेरिका के नए राजदूत सर्जियो गोर आज अपने चार दिवसीय भारत यात्रा पर पहुंच रहे हैं। यह उनका भारत में पहला आधिकारिक दौरा होगा। गोर ने वॉशिंगटन डीसी में एक कार्यक्रम के दौरान इस यात्रा की जानकारी साझा की।
भारत में राजदूत की गतिविधियाँ
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता के अनुसार, राजदूत गोर और डिप्टी सेक्रेटरी माइकल जे. रिगास 9 से 14 अक्टूबर तक भारत में रहेंगे। इस दौरान वे भारतीय अधिकारियों से मुलाकात करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे। बयान में कहा गया है कि अमेरिका और भारत अपने रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता, सुरक्षा और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करेंगे।
व्यापार वार्ता की स्थिति
गोर की नियुक्ति उस समय हुई है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत चल रही है। वर्तमान में अमेरिकी सरकार में शटडाउन की स्थिति है, जिससे वार्ता की अगली तारीख और स्थान को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
भारत के वाणिज्य मंत्री की टिप्पणी
भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में दोहा में कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है और उम्मीद है कि नवंबर तक समझौते की प्रारंभिक रूपरेखा तैयार हो जाएगी। उन्होंने कहा, “हम अमेरिका के साथ लगातार संवाद कर रहे हैं। विभिन्न स्तरों पर बैठकें हो रही हैं और जल्द ही इस दिशा में और जानकारी साझा की जाएगी।”
न्यूयॉर्क में हुई चर्चाएँ
पिछले महीने न्यूयॉर्क में हुई बैठक में सर्जियो गोर, गोयल और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमीसन ग्रीयर के बीच महत्वपूर्ण चर्चाएँ हुई थीं। लेकिन अब अमेरिकी प्रशासन के बंद होने से वार्ता की गति धीमी पड़ गई है।
भारतीय निर्यात पर शुल्क और तनाव
अमेरिका ने भारतीय निर्यात पर 50% तक का भारी शुल्क लगाया है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है। ऐसे में गोर का भारत दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। गोर, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी माने जाते हैं, ने भारत को अमेरिका का “सबसे विश्वसनीय सहयोगी” बताया है। उनका मानना है कि भारत और अमेरिका के मजबूत आर्थिक रिश्ते न केवल दोनों देशों की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाएंगे, बल्कि चीन के आर्थिक प्रभाव को भी सीमित करेंगे।
भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंध
गौरतलब है कि अमेरिका लगातार चौथे वर्ष भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना हुआ है। वित्त वर्ष 2024-25 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 131.84 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जिसमें भारत से 86.5 अरब डॉलर का निर्यात शामिल है।
भविष्य की संभावनाएँ
अब दोनों देश इस आंकड़े को 2030 तक 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रख रहे हैं। माना जा रहा है कि सर्जियो गोर का यह दौरा न केवल राजनीतिक स्तर पर बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा दे सकता है।