सरकारी कर्मचारियों के लिए दिवाली पर वेतन आयोग की नई उम्मीदें

दिवाली के नजदीक आते ही सरकारी कर्मचारियों के बीच 8वें वेतन आयोग की चर्चा तेज हो गई है। इस बार फिटमेंट फैक्टर और भत्तों में संभावित वृद्धि को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। जानें कि कैसे HRA और सैलरी में बदलाव हो सकता है और विभिन्न शहरों में इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। इस लेख में हम आपको सभी महत्वपूर्ण जानकारी सरल भाषा में प्रदान कर रहे हैं।
 | 
सरकारी कर्मचारियों के लिए दिवाली पर वेतन आयोग की नई उम्मीदें

दिवाली के मौके पर सैलरी और भत्तों की चर्चा

जैसे-जैसे दिवाली का त्योहार नजदीक आ रहा है, सरकारी कर्मचारियों के बीच सैलरी, भत्ते और बोनस पर चर्चा तेज हो गई है। इस समय सबसे अधिक ध्यान 8वें वेतन आयोग पर केंद्रित है। सभी कर्मचारियों के मन में एक ही सवाल है - इस बार फिटमेंट फैक्टर कितना होगा? बेसिक सैलरी में कितनी वृद्धि होगी? और भत्तों का क्या होगा? आइए, इस लेख में हम आपको सभी जानकारी सरल भाषा में प्रदान करते हैं.


फिटमेंट फैक्टर और सैलरी का गणित

8वां वेतन आयोग सरकारी कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण उपहार साबित हो सकता है। चर्चा है कि इस बार फिटमेंट फैक्टर 1.92 से 2.86 के बीच निर्धारित किया जा सकता है। फिटमेंट फैक्टर वह गुणांक है, जिसके माध्यम से मौजूदा बेसिक सैलरी को गुणा करके नई सैलरी का निर्धारण किया जाता है। इसी के आधार पर महंगाई भत्ता (DA), मकान किराया भत्ता (HRA) और अन्य भत्तों का निर्धारण होता है। खबरें हैं कि इस बार DA को बेसिक सैलरी में शामिल किया जा सकता है, जबकि HRA पुराने फॉर्मूले के अनुसार ही तय होगा.


HRA कैसे तय होता है?

मकान किराया भत्ता (HRA) सरकारी कर्मचारियों की सैलरी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह कर्मचारी के रहने के खर्च को ध्यान में रखते हुए दिया जाता है। HRA की दरें शहरों की श्रेणी पर निर्भर करती हैं:


  • X श्रेणी (महानगर जैसे दिल्ली, मुंबई): 27%
  • Y श्रेणी (मध्यम शहर जैसे लखनऊ, पुणे): 18%
  • Z श्रेणी (छोटे कस्बाई शहर): 9%


ये दरें कर्मचारी की बेसिक सैलरी के अनुसार निर्धारित होती हैं। यानी, जितनी अधिक बेसिक सैलरी होगी, उतना अधिक HRA मिलेगा.


HRA बढ़ाने के नियम

7वें वेतन आयोग के तहत सरकार ने यह तय किया था कि जब महंगाई भत्ता (DA) 25% से अधिक होगा, तब HRA की दरों में भी बदलाव किया जाएगा। जुलाई 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी ने DA को 28% करने की मंजूरी दी थी। इसके बाद वित्त मंत्रालय ने HRA की दरों को संशोधित किया। पहले ये दरें 24%, 16% और 8% थीं, जिन्हें बढ़ाकर 27%, 18% और 9% कर दिया गया.


फिटमेंट फैक्टर 2.86 होने पर संभावित प्रभाव

यदि 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.86 निर्धारित होता है, तो कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में काफी वृद्धि हो सकती है। उदाहरण के लिए, यदि किसी कर्मचारी की मौजूदा बेसिक सैलरी ₹20,000 है, तो 2.86 के फिटमेंट फैक्टर के साथ नई सैलरी ₹57,200 तक पहुंच सकती है। इसके साथ ही X श्रेणी के शहर में उसका HRA ₹15,444 तक बढ़ सकता है। इसका मतलब है कि सैलरी और भत्तों में भारी वृद्धि की उम्मीद है.


विभिन्न शहरों में सैलरी और HRA का गणित

नीचे हम विभिन्न पे मैट्रिक्स और शहरों के अनुसार अनुमानित बेसिक सैलरी और HRA का कैलकुलेशन प्रस्तुत कर रहे हैं। ध्यान दें, ये आंकड़े अनुमानों पर आधारित हैं, क्योंकि सरकार की ओर से 8वें वेतन आयोग पर अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही कर्मचारियों के लिए खुशखबरी आ सकती है.