सम्राट चौधरी ने बिहार के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जनता का किया धन्यवाद

भारतीय जनता पार्टी के विधायक सम्राट चौधरी ने बिहार के उपमुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ ली। उन्होंने बिहार की जनता का धन्यवाद किया और सिपाही की तरह काम करने का संकल्प लिया। चौधरी ने एनडीए की जीत को बिहार की जनता की जीत बताया और समारोह पटना के गांधी मैदान में आयोजित हुआ। जानें इस समारोह के महत्व और नीतीश कुमार की राजनीतिक यात्रा के बारे में।
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सम्राट चौधरी ने बिहार के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जनता का किया धन्यवाद

सम्राट चौधरी का उपमुख्यमंत्री पद पर दूसरा कार्यकाल

भारतीय जनता पार्टी के विधायक सम्राट चौधरी ने गुरुवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह के बाद, उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में बिहार की जनता का धन्यवाद किया, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भरोसा जताया। चौधरी ने विशेष रूप से बिहार की महिलाओं का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने मतदान में बड़ी संख्या में भाग लिया। उन्होंने कहा, "बिहार ने मोदी और नीतीश पर विश्वास किया।"


चौधरी का सिपाही की तरह काम करने का संकल्प

चौधरी ने कहा कि वह एक सिपाही की तरह कार्य करेंगे। उन्होंने पहले दिन से ही कहा था कि उनकी पार्टी पहले चरण में 100 सीटें जीतेगी, और अंततः उन्होंने 102 सीटें जीतीं। सम्राट चौधरी ने एनडीए की 243 सीटों में से 202 सीटों पर जीत को "बिहार की जनता की जीत" बताया। उन्होंने यह भी कहा कि यह जीत बिहार के लोकतंत्र और एनडीए के कार्यकर्ताओं की मेहनत का परिणाम है। उन्होंने बिहार में गुंडा राज को रोकने का भी उल्लेख किया।


शपथ ग्रहण समारोह का महत्व

भाजपा नेता सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि नीतीश कुमार ने दसवीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शपथ दिलाई। नए एनडीए मंत्रिमंडल में कुल 25 मंत्रियों ने शपथ ली, जिनमें जद-यू और भाजपा के कई नेता शामिल हैं।


गांधी मैदान में ऐतिहासिक समारोह

यह समारोह पटना के गांधी मैदान में आयोजित किया गया, जो पहले भी नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोहों का स्थल रहा है। यह स्थान राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहीं पर जयप्रकाश नारायण ने 1974 में "संपूर्ण क्रांति" का आह्वान किया था। 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों को नीतीश कुमार के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा माना जा रहा है, जो पिछले दो दशकों से राज्य की राजनीति में एक प्रमुख व्यक्ति बने हुए हैं।