समाजवादी पार्टी ने भाजपा विधायक के खिलाफ मानहानि का नोटिस जारी किया
समाजवादी पार्टी ने भाजपा विधायक केतकी सिंह को मानहानि का नोटिस जारी किया है, जिसके बाद उत्तर प्रदेश में राजनीतिक विवाद बढ़ गया है। केतकी सिंह ने आरोप लगाया था कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री आवास से नल चुराए थे। इस आरोप के बाद सपा की महिला कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें विधायक के आरोपों का विरोध किया गया। केतकी सिंह ने अपनी नाबालिग बेटी को परेशान करने का आरोप लगाया है। यह घटना भाजपा और सपा के बीच लंबे समय से चल रही राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता को और बढ़ा देती है।
Sep 7, 2025, 10:49 IST
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राजनीतिक विवाद की शुरुआत
समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बांसडीह विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक केतकी सिंह को मानहानि का नोटिस भेजा है। केतकी सिंह ने आरोप लगाया था कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री आवास से नल (टोटियाँ) चुराई थीं। यह आरोप एक यूट्यूब चैनल पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लगाया गया, जिसने दोनों दलों के बीच राजनीतिक विवाद को जन्म दिया।
नोटिस में गंभीर आरोप
समाजवादी अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्ण कन्हैया पाल द्वारा 5 सितंबर को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि केतकी सिंह के आरोप "झूठे", "भ्रामक" और "अपमानजनक" हैं। नोटिस में यह भी कहा गया है कि उन्होंने जानबूझकर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर अखिलेश यादव की छवि को नुकसान पहुँचाने का प्रयास किया। पाल ने विधायक से औपचारिक माफी मांगने और इसे प्रमुख राष्ट्रीय समाचार पत्रों में प्रकाशित करने की मांग की है। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो दीवानी और आपराधिक मानहानि का मुकदमा चलाने की चेतावनी दी गई है।
विरोध प्रदर्शन और तनाव
मानहानि के आरोपों के बाद, सपा की महिला कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में केतकी सिंह के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में विधायक के आरोपों का विरोध करते हुए उन्हें प्रतीकात्मक रूप से नल "उपहार" देने का प्रयास किया गया। केतकी सिंह, जो उस समय बलिया में थीं, ने प्रदर्शनकारियों पर उनके घर में तोड़फोड़ करने और उनकी नाबालिग बेटी को डराने का आरोप लगाया। उन्होंने इस घटना की शिकायत पुलिस में दर्ज कराने की बात कही।
सपा और भाजपा के बीच बढ़ता राजनीतिक तनाव
यह घटना उत्तर प्रदेश में भाजपा और सपा के बीच लंबे समय से चल रही राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता को और बढ़ा देती है। केतकी सिंह के बयानों ने सपा प्रमुख के खिलाफ आक्रोश पैदा किया, जिसके परिणामस्वरूप तीखी बयानबाजी और विरोध प्रदर्शन हुए। यह संघर्ष क्षेत्र में राजनीतिक विमर्श की संवेदनशीलता को भी उजागर करता है, जहाँ आरोप-प्रत्यारोप अक्सर सार्वजनिक प्रदर्शनों और कानूनी नोटिसों तक पहुँच जाते हैं।
केतकी सिंह की बेटी पर आरोप
भाजपा विधायक केतकी सिंह ने सपा महिला सभा की सदस्यों पर आरोप लगाया कि उनके आवास के बाहर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान उनकी नाबालिग बेटी को परेशान किया गया। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी अब सदमे में है और स्कूल जाने को तैयार नहीं है। बलिया जिले से भाजपा विधायक सिंह ने कहा कि वह जल्द ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगी।
केतकी सिंह का बयान
सिंह ने अपनी 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी के कथित उत्पीड़न की निंदा की। उन्होंने कहा, "मैं इस कायरता को कभी माफ नहीं कर सकती। मैं एक विधायक हूँ, लेकिन उन्होंने मेरी 15 वर्षीय बेटी को निशाना बनाया।" विधायक ने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों ने उनके घर का प्रवेश द्वार बंद कर दिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।