समलैंगिक कपल ने स्पर्म डोनर से दोस्ती कर बनाई नई परिवारिक कहानी

एक समलैंगिक कपल, डेनियल और पेज, ने अपने स्पर्म डोनर से दोस्ती कर एक अनोखी परिवारिक कहानी बनाई है। अमेरिका में रहने वाली इस जोड़ी ने अज्ञात दाता से संपर्क किया, लेकिन उनकी मुलाकात ने एक नया मोड़ लिया। जानें कैसे फ्लेवियो, जो उनका दाता था, उनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया। इस दिलचस्प कहानी में समलैंगिकता, मातृत्व और दोस्ती का अनोखा संगम है।
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समलैंगिक कपल ने स्पर्म डोनर से दोस्ती कर बनाई नई परिवारिक कहानी

समलैंगिकता और परिवार बढ़ाने की चुनौती

Friends got married with each other, then a child is born, knowing the truth you will beat your head


21वीं सदी में समलैंगिकता अब एक सामान्य विषय बन चुका है, और समाज में समलैंगिकों को स्वीकार करने की प्रवृत्ति बढ़ी है। हालांकि, परिवार बढ़ाने की प्रक्रिया में कई चुनौतियाँ आती हैं। अमेरिका में रहने वाली दो महिलाओं को भी इसी समस्या का सामना करना पड़ा। उन्होंने एक-दूसरे से शादी की, लेकिन बच्चे को जन्म देने में असमर्थ रहीं। इस स्थिति में, उन्होंने एक अज्ञात पुरुष से शुक्राणु लिया और मातृत्व की ओर कदम बढ़ाया। लेकिन इस प्रक्रिया में, वह अज्ञात व्यक्ति उनके करीबी दोस्त बन गया।


डेनियल और पेज की कहानी

डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, 34 वर्षीय डेनियल विंस्टन और उनकी 29 वर्षीय पत्नी पेज केनेडी विंस्टन एक लेस्बियन कपल हैं। उन्होंने मई 2022 में विवाह किया और परिवार बढ़ाने की योजना बनाई। डेनियल ने अज्ञात शुक्राणु दाता की तलाश शुरू की। आमतौर पर, दाता से केवल पैसे के बदले में संपर्क किया जाता है, लेकिन डेनियल और पेज ने अपने दाता से मिलने का निर्णय लिया।


जब उन्होंने इटली के 28 वर्षीय फ्लेवियो वैलाब्रेगा से मुलाकात की, तो उनका स्वभाव इतना आकर्षक लगा कि उन्होंने उसे दोस्त बना लिया। फ्लेवियो रोम में रहता है और उनकी दोस्ती ने एक नई दिशा ली।


नए रिश्ते की शुरुआत

डेनियल और पेज ने तय किया है कि वे फ्लेवियो को अपने बच्चे से बचपन में ही मिलवाएंगी और उसे बच्चे के जीवन का हिस्सा बनाएंगी। डेनियल अब अपनी प्रेग्नेंसी के सातवें महीने में हैं। दोनों इटली में अपने बेबीमून पर गई थीं, जहां उन्होंने फ्लेवियो से मुलाकात की। फ्लेवियो ने कहा कि उन्हें इस कपल से बेहतर दाता नहीं मिल सकता था। डेनियल ने बताया कि फ्लेवियो ने बहुत कम लोगों को डोनेट किया है, जिससे उनके बच्चे के सौतेले भाई-बहनों की संख्या भी कम होगी।