सनावदिया में बहाई धर्म के युगल अवतारों का जन्मोत्सव 22 अक्टूबर को

22 अक्टूबर को इंदौर के सनावदिया गांव में बहाई धर्म के युगल अवतारों बाब और बहाउल्लाह का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। यह कार्यक्रम विश्व शांति और मानवता की एकता के सिद्धांतों को बढ़ावा देने का प्रतीक है। डॉ. जनक पलटा मगिलिगन के नेतृत्व में आयोजित इस उत्सव में शहर और गांव के गणमान्य नागरिकों, युवाओं और बच्चों की भागीदारी होगी। कार्यक्रम में बहाई लेखों का पाठ किया जाएगा, जो आध्यात्मिकता और मानवता की एकता पर केंद्रित होगा। यह आयोजन सभी धर्मों के लोगों के लिए शांति और प्रार्थना का अवसर प्रदान करेगा।
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सनावदिया में बहाई धर्म के युगल अवतारों का जन्मोत्सव 22 अक्टूबर को

विशेष कार्यक्रम का आयोजन

इंदौर: बहाई धर्म के दिव्य अवतारों, बाब और बहाउल्लाह, के जन्मोत्सव का आयोजन 22 अक्टूबर को शाम 5 बजे से 6:30 बजे तक सनावदिया गांव में किया जाएगा। यह कार्यक्रम विश्व शांति, प्रेम, अहिंसा और मानवता की एकता की दिशा में 'नई विश्व व्यवस्था' की स्थापना के उद्देश्य को बढ़ावा देने का प्रतीक होगा। इंदौर के बहाई समुदाय के साथ डॉ. श्रीमती जनक पलटा मगिलिगन, जो एक वरिष्ठ समाजसेवी हैं, इस उत्सव का नेतृत्व करेंगी। इस आयोजन में शहर और गांव के प्रतिष्ठित नागरिकों, युवाओं और बच्चों की भागीदारी होगी।


युगल अवतारों की अवधारणा

बहाई आस्था में 'युगल अवतारों की अभिव्यक्ति' एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है, जिसमें दिव्यात्मा बाब का उद्देश्य 'एक' ऐसी अभिव्यक्ति का मार्ग प्रशस्त करना था, जिसे ईश्वर प्रकट करेंगे—जो बहाउल्लाह के रूप में प्रकट हुए। इन दोनों अवतारों की दिव्यता एक-दूसरे से जुड़ी हुई है और इन्हें बहाई धर्म में केंद्रीय व्यक्तित्वों के रूप में मान्यता प्राप्त है। ये सभी धर्मों के बीच शांति और न्याय की स्थापना का वादा करते हैं। डॉ. मगिलिगन ने कहा, "हम मध्य प्रदेश के इंदौर में इस जन्मोत्सव को श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाएंगे। यह सभी धर्मों के लोगों के लिए शांति और प्रार्थना का अवसर होगा।"


कार्यक्रम की विशेषताएँ


इस कार्यक्रम में बहाई लेखों का पाठ किया जाएगा, जिसमें आध्यात्मिकता, ईश्वर की एकता, मानवता की एकता, कानून का पालन, सभी प्राणियों के प्रति सद्भावना और शांतिपूर्ण विश्व व्यवस्था जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यह आयोजन बहाई समुदाय के वैश्विक प्रयासों का हिस्सा है, जिसमें विश्वभर के अनुयायी इन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए समर्पित हैं।


उत्सव का महत्व

डॉ. जनक पलटा मगिलिगन, जो ऊर्जा संरक्षण और सतत विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जानी जाती हैं, ने कहा, "यह उत्सव हमें याद दिलाता है कि बाब और बहाउल्लाह के संदेश आज के समय में और भी प्रासंगिक हैं। शांति और एकता के इन सिद्धांतों को अपनाकर हम एक बेहतर विश्व का निर्माण कर सकते हैं।" इस आयोजन में सभी वर्गों के लोग शामिल होकर बहाई धर्म के दो सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों का सम्मान करेंगे।


यह जन्मोत्सव केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि वैश्विक एकता और शांति की दिशा में एक सकारात्मक कदम भी है। इच्छुक लोग सनावदिया बहाई केंद्र पर पहुंचकर इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बन सकते हैं।