सनातन हिंदू एकता पदयात्रा: होडल मंडी में रात्रि विश्राम के साथ आगे बढ़ी यात्रा
सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2025
सनातन हिंदू एकता पदयात्राImage Credit source: Media House
सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2025: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा आरंभ की गई यह पदयात्रा, जो भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के संकल्प के साथ चल रही है, अब एक महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर चुकी है। यह यात्रा 7 नवंबर को दिल्ली के छतरपुर मंदिर से शुरू हुई थी और अब रात्रि विश्राम के बाद अगले पड़ाव के लिए तैयार है।
आज का पड़ाव: होडल मंडी में रात्रि विश्राम
यह यात्रा आज सुबह मीतरौल से आगे बढ़ी और वनचारी (JBM) के रास्ते होडल मंडी तक पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम होगा। यह पड़ाव यात्रा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
महत्वपूर्ण पड़ाव: होडल मंडी का यह चरण इसलिए खास है, क्योंकि यहां से यात्रा हरियाणा की सीमाओं को पार करते हुए ब्रजभूमि की ओर बढ़ेगी।
यात्रा का संकल्प: इस पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना, जातिवाद का उन्मूलन करना और हिंदू समाज में एकता लाना है।
ब्रजभूमि की ओर अगला महत्वपूर्ण चरण
होडल मंडी में रात्रि विश्राम के बाद, यात्रा अगले दिन यानी 13 नवंबर को अपने अगले और सबसे अहम चरण की शुरुआत करेगी, जो इसे कृष्ण की नगरी ब्रजभूमि की ओर ले जाएगा।
अगले दिन का कार्यक्रम: 13 नवंबर को सुबह सनातन एकता पदयात्रा का पड़ाव कोटवन बॉर्डर (सेल्स टैक्स) से होते हुए आगे बढ़ेगा।
रात्रि विश्राम: 13 नवंबर की रात्रि में यह यात्रा कोसी मंडी पहुंचेगी, जहां इसका अगला रात्रि विश्राम होगा। कोसी मंडी, ब्रज क्षेत्र के प्रवेश द्वारों में से एक है।
यात्रा का समापन: बांके बिहारी के चरणों में
16 नवंबर को यह यात्रा छटीकरा चार धाम होते हुए वृंदावन श्री बांके बिहारी मंदिर पहुंचेगी। वहां विशेष पूजन-अर्चन और भव्य आरती का आयोजन होगा। इसी के साथ यह यात्रा अपने धर्म, एकता और राष्ट्रप्रेम के संदेश को जन-जन तक पहुंचाकर संपन्न होगी.
