सत्यपाल मलिक अस्पताल में भर्ती, सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के चलते अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उन्हें फंसाने की कोशिश कर रही है। मलिक ने अपनी किडनी की समस्या के बारे में जानकारी दी और बताया कि यदि उनके पास धन होता, तो वह निजी अस्पताल में इलाज कराते। उन्होंने किसान आंदोलन का समर्थन किया और पुलवामा हमले की जांच न होने पर भी सवाल उठाए। उनकी स्थिति और आरोपों ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
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सत्यपाल मलिक अस्पताल में भर्ती, सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

सत्यपाल मलिक की स्वास्थ्य स्थिति


जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक इन दिनों गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के कारण अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी स्थिति बिगड़ने के बाद उन्हें आईसीयू में स्थानांतरित किया गया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक भावुक संदेश साझा करते हुए कहा कि सरकार उन्हें किसी न किसी तरह से फंसाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनके पास धन होता, तो वह निजी अस्पताल में इलाज कराते।


स्वास्थ्य और राजनीतिक आरोप

मलिक ने अपनी पोस्ट में बताया कि वह पिछले एक महीने से अस्पताल में हैं और किडनी की समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में उनकी स्थिति फिर से गंभीर हो गई है। उन्होंने अपने देशवासियों को सच्चाई बताने का निर्णय लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि जब वह गवर्नर थे, तब उन्हें 150 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने अपने राजनीतिक आदर्शों के अनुसार ईमानदारी से काम किया।


उन्होंने किसान आंदोलन का समर्थन किया और महिला पहलवानों के आंदोलन में भी सक्रिय रूप से भाग लिया।


पुलवामा हमले पर टिप्पणी

पुलवामा हमले के संदर्भ में, मलिक ने कहा कि इस मामले की जांच आज तक नहीं की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार उन्हें सीबीआई के माध्यम से झूठे आरोपों में फंसाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिस टेंडर के लिए उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है, उसे उन्होंने स्वयं निरस्त किया था।


मलिक ने कहा कि वह किसान समुदाय से हैं और न तो डरते हैं और न ही झुकते हैं।


सरकार पर गंभीर आरोप

उन्होंने कहा कि सरकार ने उन्हें बदनाम करने में पूरी ताकत लगा दी है। अंत में, उन्होंने सरकार और सरकारी एजेंसियों से अनुरोध किया कि वे जनता को सच्चाई बताएं। उन्होंने बताया कि 50 साल से अधिक के राजनीतिक करियर के बाद भी वह एक कमरे के मकान में रह रहे हैं और कर्ज में हैं। यदि उनके पास धन होता, तो वह निजी अस्पताल में इलाज कराते।