सतना में ब्लड के अवैध व्यापार के खिलाफ प्रशासन की सख्त कार्रवाई

मध्य प्रदेश के सतना जिले में अवैध रक्त व्यापार के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। हाल ही में 6 बच्चों को HIV पॉजिटिव रक्त चढ़ाए जाने के बाद, जिला प्रशासन ने दलालों के खिलाफ मुहिम शुरू की। पुलिस ने स्टिंग ऑपरेशन के जरिए एक दलाल को 4000 रुपये में रक्त बेचते हुए पकड़ा। जानें इस मामले में क्या हुआ और प्रशासन की कार्रवाई का क्या असर पड़ा।
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सतना में अवैध ब्लड व्यापार पर शिकंजा

सतना में ब्लड के अवैध व्यापार के खिलाफ प्रशासन की सख्त कार्रवाई


सतनाः मध्य प्रदेश के सतना जिले में अवैध रक्त व्यापार के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई तेज हो गई है। हाल ही में 6 बच्चों को HIV पॉजिटिव रक्त चढ़ाए जाने के बाद, जिला प्रशासन ने खून की दलाली करने वालों के खिलाफ एक सख्त मुहिम शुरू की है। दलालों के खिलाफ स्टिंग ऑपरेशन किए जा रहे हैं।


गुरुवार को पुलिस ने खून की दलाली करने वाले कुछ लोगों को गिरफ्तार किया। इसके बाद से दलाल सतर्क हो गए थे। ऐसे में एसडीएम सिटी राहुल सिलाड़िया ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए अस्पताल की बजाय सर्किट हाउस को कार्रवाई का स्थान चुना।


यहां पर स्टिंग ऑपरेशन के दौरान प्रशासन ने एक एजेंट को 4000 रुपये में एक यूनिट रक्त बेचते हुए पकड़ा। इस दलाल की पहचान शिवम वर्मा के रूप में हुई है। पुलिस ने उसे और उसके सहयोगियों को गिरफ्तार किया है।


दलालों की गतिविधियों पर नजर

दलालों की गतिविधियों में कमी आई


गुरुवार को पुलिस की कार्रवाई के बाद दलाल अंडरग्राउंड हो गए थे, लेकिन उनका नेटवर्क फिर भी सक्रिय था। एसडीएम को मुखबिर से जानकारी मिली कि शिवम वर्मा अभी भी सक्रिय है। उन्होंने दलालों को पकड़ने के लिए सर्किट हाउस में जाल बिछाया।


सीसीटीवी में नोटों के सीरियल नंबर


एसडीएम ने सीसीटीवी कैमरे के सामने 500-500 रुपये के नोटों के सीरियल नंबर दिखाए। इसके साथ ही एक डमी खरीददार को तैयार किया गया, जिसने दलाल से भावनात्मक अपील की। उसने बताया कि उसकी पत्नी बीमार है और उसे रक्त की आवश्यकता है।


सड़क पर सौदा तय हुआ


खरीददार की बात सुनकर दलाल शिवम बाइक से वहां पहुंचा। दोनों के बीच सड़क पर लगभग 30 मिनट तक मोलभाव हुआ और अंततः 4000 रुपये में सौदा तय हुआ।


पुलिस की कार्रवाई


जैसे ही दलाल ने पैसे लेकर अपनी जेब में रखे और बाइक चालू करने लगा, तभी सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मी और एसडीएम उसके पास पहुंचे। एसडीएम के ड्राइवर ने उसे पकड़ लिया। उसकी तलाशी लेने पर उसकी जेब से वही 500 रुपये के 8 नोट मिले, जिनका नंबर पहले रिकॉर्ड किया गया था।


पुलिस ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की है। पकड़े गए आरोपियों शिवम, अंकित नामदेव और एक अन्य के खिलाफ बीएनएस की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इन दलालों से पूछताछ कर अस्पताल में मिले व्यक्ति के बारे में जानकारी हासिल करना चाहती है।