सचिन पायलट ने निर्वाचन आयोग पर उठाए गंभीर सवाल

कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने मतदाता नामों को हटाने की अनदेखी करने का आरोप लगाया। पायलट ने कहा कि आयोग बिना उचित जांच के विपक्षी नेताओं की आवाज दबाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने मतदाता सूची में छेड़छाड़ के आरोप भी लगाए और कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराना संविधानिक जिम्मेदारी है। जानें इस मुद्दे पर पायलट की पूरी बात और कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी अभियान के बारे में।
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सचिन पायलट ने निर्वाचन आयोग पर उठाए गंभीर सवाल

सचिन पायलट का निर्वाचन आयोग पर आरोप

कांग्रेस के महासचिव और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शनिवार को निर्वाचन आयोग पर मतदाताओं के नामों को हटाने के आरोपों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।


पायलट ने कहा कि आयोग बिना किसी उचित जांच के कांग्रेस और अन्य विपक्षी नेताओं की आवाज को दबाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी ने 'वोट चोरी' के ठोस सबूत पेश किए हैं, लेकिन आयोग न तो इन आरोपों का खंडन कर रहा है और न ही कोई जांच शुरू कर रहा है।'


पायलट ने यह भी आरोप लगाया कि मतदाता सूची में जानबूझकर छेड़छाड़ की जा रही है, जिसके कारण करोड़ों वैध वोट या तो हटा दिए गए हैं या गलत तरीके से चिह्नित कर दिए गए हैं।


उन्होंने यह स्पष्ट किया कि निष्पक्ष चुनाव कराना संविधानिक जिम्मेदारी है और यदि ऐसी गतिविधियां जारी रहीं, तो लोकतंत्र में जनता का विश्वास समाप्त हो सकता है।


पूर्व उपमुख्यमंत्री ने बताया कि कांग्रेस ने मतदाता सूची में गड़बड़ियों को उजागर करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है। इसके साथ ही, उन्होंने केंद्र की विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा कि सऊदी अरब और पाकिस्तान के साथ कूटनीति कमजोर रही है और अमेरिकी राष्ट्रपति की टैरिफ घोषणाओं के दौरान राहत उपायों में देरी हुई है।