सचिन पायलट ने उपाध्यक्ष इस्तीफे पर उठाए सवाल, कहा कुछ गड़बड़ है

वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने जगदीप धनखड़ के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफे पर संदेह जताया है, यह कहते हुए कि इसके पीछे कुछ गड़बड़ हो सकती है। उन्होंने भाजपा सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है। पायलट ने युवाओं के अधिकारों की वकालत की और कहा कि प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। कांग्रेस धनखड़ के लिए गरिमापूर्ण विदाई की मांग कर रही है।
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सचिन पायलट ने उपाध्यक्ष इस्तीफे पर उठाए सवाल, कहा कुछ गड़बड़ है

सचिन पायलट का बयान

वरिष्ठ कांग्रेस नेता और महासचिव सचिन पायलट ने गुरुवार को जगदीप धनखड़ के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफे पर संदेह व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इसके पीछे कुछ गड़बड़ हो सकती है। टोंक में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पायलट ने बताया कि उपराष्ट्रपति का पद देश में दूसरा सबसे महत्वपूर्ण संवैधानिक पद है। भाजपा और केंद्र सरकार ने संवैधानिक पदों और संस्थाओं का दुरुपयोग किया है। पायलट ने यह भी कहा कि ऐसी स्थिति में औपचारिक विदाई एक सामान्य प्रक्रिया है। उन्होंने यह भी कहा कि निश्चित रूप से कुछ ऐसा हुआ है जिसके कारण धनखड़ को अप्रत्याशित रूप से इस्तीफा देना पड़ा। निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा के नेतृत्व में 'भ्रष्टाचार विरोधी' पदयात्रा के बारे में पायलट ने कहा कि सभी को अपने अधिकारों की वकालत करने का अधिकार है।


मीणा का उपचुनाव और पायलट की चिंताएं

मीणा ने पिछले साल टोंक जिले के देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ा था और उन्हें एक उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) को थप्पड़ मारने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हाल ही में राजस्थान उच्च न्यायालय ने उन्हें ज़मानत दी थी। पायलट ने यह सवाल उठाया कि यह अच्छी बात है कि युवा अपनी आवाज उठा रहे हैं, लेकिन क्या जयपुर और दिल्ली में बैठे नेता उनकी परवाह करते हैं? उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में लोगों को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार होना चाहिए। पायलट ने यह भी कहा कि जो लोग युवाओं की बात करते हैं, उन्हें उनके अधिकारों का सम्मान करना चाहिए और उनके लिए काम करना चाहिए। प्रधानमंत्री इस पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं क्योंकि वह विदेश यात्राओं में व्यस्त हैं।


भाजपा सरकार पर पायलट का हमला

राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए पायलट ने आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है और शासन-प्रशासन का अभाव है। उन्होंने कहा कि असली मुद्दा यह है कि सरकार कानून-व्यवस्था पर नियंत्रण खो चुकी है और रोजगार तथा विकास से जुड़े सभी दावे खोखले साबित हो रहे हैं। इस बीच, कांग्रेस धनखड़ के लिए गरिमापूर्ण विदाई की मांग कर रही है, जो तीन साल तक इस पद पर रहे।