संसद में हंगामे की आशंका, मल्लिकार्जुन खरगे ने उठाए महत्वपूर्ण मुद्दे

संसद का मानसून सत्र शुरू हो चुका है, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में सवाल उठाए हैं। खरगे ने पीएम मोदी से जवाब देने की मांग की है, साथ ही अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के सीजफायर संबंधी बयानों पर भी सरकार की स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। कांग्रेस ने सदन में कई मुद्दों पर चर्चा की आवश्यकता जताई है।
 | 
संसद में हंगामे की आशंका, मल्लिकार्जुन खरगे ने उठाए महत्वपूर्ण मुद्दे

संसद का मानसून सत्र शुरू

संसद का मानसून सत्र अब शुरू हो चुका है, जिसमें विपक्ष और सत्ताधारी पक्ष के बीच हंगामा होने की संभावना है। इस संदर्भ में, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद की स्थिति पर सदन में नोटिस दिया है। यह आतंकी हमला 22 अप्रैल को हुआ था, और इसके जिम्मेदार आतंकियों को अब तक पकड़ा नहीं गया है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी पहलगाम में हुई चूक को स्वीकार किया है।


सरकार से स्पष्टीकरण की मांग

खरगे ने कहा कि कांग्रेस ने देश की एकता और सेना की मजबूती के लिए सरकार को बिना शर्त समर्थन दिया था। ऐसे में, वे सरकार से जानना चाहते हैं कि वर्तमान स्थिति क्या है। ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में, रक्षा प्रमुख, उप सेना प्रमुख और एक वरिष्ठ रक्षा अटैची ने कुछ महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।


प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए

खरगे ने यह भी कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के बयान पर सरकार को स्पष्ट रुख अपनाना चाहिए, क्योंकि ट्रंप ने 24 बार दावा किया है कि उन्होंने सीजफायर करवाया। यह देश के लिए अपमानजनक है। उन्होंने कहा कि दो महीने पहले विशेष सत्र की मांग की गई थी, और अब जब वे मिल रहे हैं, तो पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर, सुरक्षा चूक और विदेश नीति पर दो दिन की बहस होनी चाहिए। प्रधानमंत्री को इस पर जवाब देना चाहिए।


कांग्रेस ने उठाए कई मुद्दे

कांग्रेस ने पीएम मोदी से सदन में कई मुद्दों पर जवाब देने की मांग की है। इनमें शामिल हैं: पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर, ट्रंप का सीजफायर पर बयान, बिहार में वोट चोरी, विदेश नीति, डिलिमिटेशन, अहमदाबाद विमान हादसा, मणिपुर में हिंसा, और दलित, पिछड़े, आदिवासी, महिलाओं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार।


विपक्ष के नेताओं को बोलने का अधिकार

कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा ने कहा कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी को बोलने का अवसर दिया जाना चाहिए। सदन की कार्यवाही में उनकी बातों को शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह परंपरा रही है कि विपक्ष के नेता को बोलने दिया जाता है, लेकिन वर्तमान में हमारे नेताओं को बोलने नहीं दिया जा रहा है। देश में कई मुद्दे हैं जिन पर चर्चा होनी चाहिए, लेकिन मोदी सरकार चर्चा से भाग रही है।