संसद में चाय पर नेताओं की अनौपचारिक बैठक, प्रियंका गांधी भी रहीं शामिल
संसद में चाय पर चर्चा का अनोखा दृश्य
चाय पर चर्चा में मौजूद पीएम मोदी समेत अन्य नेता
हाल ही में संसद के शीतकालीन सत्र के बाद एक तस्वीर ने सबका ध्यान खींचा। इस तस्वीर में स्पीकर ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रियंका गांधी सहित सभी दलों के नेता चाय पर चर्चा करते हुए दिखाई दिए। यह दृश्य उस संसद का है जहां अक्सर पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस होती है।
भारत की राजनीति में ऐसे क्षण दुर्लभ होते हैं जब सरकार और विपक्ष एक साथ बैठकर चाय का आनंद लेते हैं। हालांकि, दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है। लोकसभा में इस पर चर्चा होने वाली थी, लेकिन हंगामे के कारण यह चर्चा शुरू नहीं हो सकी।
शीतकालीन सत्र का सुखद समापन
शायद यह मुद्दा नेताओं के लिए उतना गंभीर नहीं था। लेकिन चाय पर चर्चा के साथ शीतकालीन सत्र का सुखद समापन हुआ। सदन में जो तनाव था, वह चाय की चुस्कियों के दौरान गायब हो गया।
संसद सत्र समाप्त होने के बाद स्पीकर ने चाय पार्टी का आयोजन किया, जिसमें पीएम मोदी और अन्य राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए। इस चाय पार्टी से जुड़ी तस्वीरों ने सबका ध्यान आकर्षित किया। एक तस्वीर में पीएम मोदी सोफे पर स्पीकर के साथ बैठे थे, जबकि दूसरी कुर्सी पर राजनाथ सिंह और उनके बगल में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू थे।
प्रियंका गांधी की उपस्थिति
कुछ समय बाद, उसी कमरे में तस्वीरें बदल गईं। सोफे पर पीएम मोदी के साथ स्पीकर थे, जबकि दूसरी कुर्सी पर राजनाथ सिंह के बगल में प्रियंका गांधी बैठी थीं। राहुल गांधी के विदेश में होने के कारण प्रियंका ने कांग्रेस का प्रतिनिधित्व किया। तस्वीरों और वीडियो में यह स्पष्ट था कि नेताओं के बीच का माहौल बहुत खुशनुमा था।
इस दौरान पीएम मोदी और प्रियंका गांधी के बीच गर्मजोशी से बातचीत हुई। प्रियंका ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की और बताया कि वह वायनाड का एक हर्ब खाती हैं, जिससे उन्हें एलर्जी नहीं होती। पीएम मोदी और राजनाथ सिंह मुस्कुराते रहे।
प्रियंका का सवाल
प्रियंका ने पीएम मोदी से उनकी हाल की विदेश यात्रा के बारे में पूछा, जिस पर पीएम ने कहा कि यात्रा बहुत सफल रही। चाय पार्टी लगभग बीस मिनट तक चली, जिसमें सदस्यों ने नए संसद भवन में एक समर्पित हॉल की मांग की। कई सदस्यों ने यह भी कहा कि सत्र बहुत छोटा था। पीएम ने मजाक में कहा कि वह उनके गले पर ज्यादा दबाव नहीं डालना चाहते थे।
लोकसभा स्पीकर की चाय पार्टी एक परंपरा है, जो हर सत्र के समापन पर आयोजित की जाती है। इसका उद्देश्य सत्र के दौरान बने तनाव को कम करना है। पिछली बार विपक्ष ने इस चाय पार्टी का बहिष्कार किया था।
