संसद में गडकरी और बनर्जी के बीच मजेदार बातचीत
संसद में हल्की-फुल्की नोकझोंक
कल्याण बनर्जी और नितिन गडकरी.
संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच अक्सर बहस होती है, जो मीडिया की सुर्खियों में रहती है। लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसे पल भी देखने को मिलते हैं जो अपनी अनोखी स्थिति के कारण चर्चा का विषय बन जाते हैं। ऐसा ही एक दृश्य आज संसद में देखने को मिला। यह घटना तब हुई जब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मकर द्वार से बाहर निकल रहे थे और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी उनके पास पहुंचे।
जैसे ही बनर्जी गडकरी के पास पहुंचे, उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, ‘जो घुसपैठिया-घुसपैठिया का शोर मचाया जा रहा था, क्या उनमें से एक भी मिला?’ इस पर गडकरी ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया, ‘आपको घुसपैठियों की जिम्मेदारी दी जाती है।’
दोनों के बीच हंसी-मजाक
इसके बाद, कल्याण बनर्जी ने गडकरी से कान में कुछ कहा और दोनों जोर से हंसने लगे। जब गडकरी आगे बढ़े, तो बनर्जी ने मजाक में कहा, ‘आप जो गाड़ियां अपने नौकरों को देते हैं, वो हमें भी भेज दीजिए।’ इस पर गडकरी हंसते हुए अपनी गाड़ी में बैठ गए।
गडकरी का संसद में बयान
इससे पहले, राज्यसभा में नितिन गडकरी ने बताया कि मल्टी लेन सीमलेस ट्रांसपोर्टेशन (एमएलएफएफ) टोल सिस्टम और एआई-संचालित राजमार्ग प्रबंधन 2026 के अंत तक लागू किया जाएगा। इसके बाद, यात्रियों को टोल प्लाजा पर लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
टोल प्लाजा पर इंतजार खत्म
गडकरी ने कहा कि नई तकनीक एआई पर आधारित होगी, जिससे यात्रियों का टोल प्लाजा पर इंतजार कम होगा। इससे 1,500 करोड़ रुपये के ईंधन की बचत होगी और सरकार के राजस्व में 6,000 करोड़ रुपये की वृद्धि होगी। एमएलएफएफ एक बेहतरीन सुविधा है। पहले टोल पर भुगतान करने में 3 से 10 मिनट लगते थे, लेकिन फास्टैग के कारण यह समय घटकर 60 सेकंड या उससे भी कम हो गया।
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