संसद के शीतकालीन सत्र में महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा
संसद का महत्वपूर्ण दिन
आज संसद के शीतकालीन सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों सदनों में कामकाज के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली। लोकसभा में मनरेगा के स्थान पर लाए गए विधेयक पर प्रियंका गांधी और शिवराज सिंह चौहान आमने-सामने आए। इसके अलावा, 71 पुराने और अप्रचलित कानूनों को निरस्त और संशोधित करने के लिए 'निरसन और संशोधन विधेयक, 2025' को लोकसभा ने मंजूरी दी। सरकार ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण महिलाओं पर काम का बोझ बढ़ रहा है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।
सदन में कार्यवाही
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में कुछ सदस्यों को चुटकी लेते हुए कहा कि यह ध्यान लगाने का स्थान नहीं है। उन्होंने सदन में आवश्यक दस्तावेज पेश करने के बाद यह टिप्पणी की।
विपक्ष के विरोध के बावजूद, सरकार ने 'विकसित भारत-जी राम जी विधेयक, 2025' पेश किया, जो मनरेगा के स्थान पर लाया गया है। ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधेयक पेश करते हुए कहा कि महात्मा गांधी का नाम हटाना अपमान है।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा ने विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि इससे रोजगार का कानूनी अधिकार कमजोर होगा। उन्होंने बताया कि मनरेगा में 90 प्रतिशत अनुदान केंद्र से आता था, लेकिन नए विधेयक में यह घटकर 60 प्रतिशत रह जाएगा।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी विधेयक का विरोध किया और सत्तापक्ष पर कटाक्ष करते हुए एक प्रसिद्ध गीत का उल्लेख किया।
कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि पुराने कानूनों का निरसन गुलामी की मानसिकता से मुक्ति की दिशा में एक कदम है।
राज्यसभा में जेपी नड्डा ने कहा कि मोदी सरकार संसद में किसी भी मुद्दे पर चर्चा से पीछे नहीं हटी है। उन्होंने निर्वाचन आयोग की भूमिका पर भी प्रकाश डाला।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि समुद्री निर्यात में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
सोनिया गांधी ने आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में वृद्धि की मांग की।
आम आदमी पार्टी की सदस्य स्वाति मालीवाल ने आवारा पशुओं की समस्याओं पर चर्चा की और हर जिले में पशु चिकित्सालय की आवश्यकता बताई।
