संसद के मानसून सत्र की शुरुआत में हंगामा, खड़गे ने उठाए महत्वपूर्ण मुद्दे

सोमवार को संसद के मानसून सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही, जहां विपक्षी दलों ने पहलगाम आतंकी हमले और अन्य मुद्दों पर चर्चा की मांग की। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग की, जबकि भाजपा ने सरकार की तैयारियों का समर्थन किया। जानें इस सत्र में और क्या हुआ।
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संसद के मानसून सत्र की शुरुआत में हंगामा, खड़गे ने उठाए महत्वपूर्ण मुद्दे

संसद में हंगामेदार शुरुआत

सोमवार को संसद के मानसून सत्र की शुरुआत काफी हंगामेदार रही। विपक्षी दलों ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले, बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और अन्य मुद्दों पर तात्कालिक चर्चा की मांग की। वहीं, सरकार जीएसटी, खनन और खेल से संबंधित विभिन्न विधेयकों पर चर्चा करने की योजना बना रही है।


खड़गे की चर्चा की मांग

राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में चर्चा की मांग की। उन्होंने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहता। भाजपा के जेपी नड्डा ने उत्तर देते हुए कहा कि सरकार सभी सवालों के जवाब देने के लिए तैयार है।


खड़गे का नोटिस

खड़गे ने कहा कि उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर नियम 267 के तहत नोटिस दिया है। उन्होंने बताया कि अब तक आतंकवादियों को पकड़ा या बेअसर नहीं किया गया है। सभी दलों ने सरकार को बिना शर्त समर्थन दिया है। उन्होंने सरकार से पूछा कि इस मामले में क्या हुआ है। जम्मू-कश्मीर के एलजी ने कहा था कि यह एक खुफिया विफलता थी।


सरकार का जवाब

खड़गे के सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि सरकार सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए तैयार है। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से आतंकवादियों को करारा जवाब दिया है, जिससे हमने दुनिया को यह संदेश दिया है कि आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


संसद में उत्सव का माहौल

भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि किसी को भी इस बात में संदेह नहीं होना चाहिए कि यह सत्र ऑपरेशन सिंदूर का उत्सव है। उन्होंने कहा कि जो लोग अपने देश और उसकी सेना पर गर्व करते हैं, वे इस जीत का जश्न मनाएंगे और हम इसी भावना के साथ संसद में प्रवेश कर रहे हैं।