संसद के बाहर विपक्ष का प्रदर्शन, मतदाता सूची पुनरीक्षण पर उठे सवाल

सोमवार को कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने संसद के मकर द्वार के बाहर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान नेताओं ने लोकतंत्र पर हमले के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं, संसद में पहलगाम आतंकी हमले के संदर्भ में भारत की सैन्य प्रतिक्रिया 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विशेष चर्चा होने की संभावना है। जानें इस मुद्दे पर और क्या कुछ कहा गया।
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संसद के बाहर विपक्ष का प्रदर्शन, मतदाता सूची पुनरीक्षण पर उठे सवाल

विपक्षी नेताओं का विरोध प्रदर्शन

सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव सहित इंडिया ब्लॉक के अन्य प्रमुख नेता संसद के मकर द्वार के बाहर मतदाता सूची के विवादास्पद विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हुए। इस विरोध में सभी विपक्षी दलों ने भाग लिया, जहां नेताओं ने लोकतंत्र पर हमले के खिलाफ बैनर और "स्टॉप सर" के नारे लिखी तख्तियां उठाई।


प्रदर्शन में असम कांग्रेस के प्रमुख गौरव गोगोई और सीपीआई (एमएल) (लिबरेशन) के सांसद राजा राम सिंह कुशवाहा भी शामिल थे, जो एसआईआर के संभावित विस्तार को लेकर गहरी चिंता व्यक्त कर रहे थे।


इस बीच, भारतीय जनता पार्टी ने संसद के चल रहे मानसून सत्र में अपनी ताकत दिखाने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सभी सहयोगी दलों के सांसदों को बुलाया है। भाजपा ने अनुरोध किया कि सभी एनडीए सांसद सोमवार सुबह 10:00 बजे संसद के मकर द्वार पर उपस्थित रहें।


संसद में महत्वपूर्ण चर्चा

लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले के संदर्भ में भारत की सैन्य प्रतिक्रिया 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विशेष चर्चा होने वाली है। इस पर संसद में सत्तारूढ़ गठबंधन और विपक्ष के शीर्ष नेताओं के बीच तीखी बहस की उम्मीद है। सोमवार की कार्यसूची में उल्लेख किया गया है, "पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के सशक्त, सफल और निर्णायक 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विशेष चर्चा।"