संसद का मानसून सत्र: प्रधानमंत्री मोदी ने दी महत्वपूर्ण घोषणाएं
संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे विजयोत्सव बताया। उन्होंने भारत की सैन्य शक्ति और विज्ञान में नवाचार पर जोर दिया। विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस, ने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग की है। लोकसभा अध्यक्ष ने सभी दलों से सदन के सुचारू संचालन में सहयोग की अपील की। यह सत्र कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा का केंद्र बनेगा, जिससे राजनीतिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
Jul 21, 2025, 11:06 IST
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संसद का मानसून सत्र शुरू
आज से संसद का मॉनसून सत्र आरंभ हो गया है। यह सत्र ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार आयोजित किया जा रहा है, जिसमें विपक्ष ने सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की योजना बनाई है। वहीं, सत्ताधारी पक्ष भी हर विषय पर नियमों के अनुसार चर्चा करने और सवालों के उत्तर देने के लिए तैयार है। सत्र की शुरुआत से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवाददाताओं से कहा कि यह मानसून सत्र एक विजयोत्सव है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया ने भारत की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन देखा है और ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने अपने लक्ष्यों को पूरी तरह से हासिल किया। इस ऑपरेशन के तहत आतंकवादियों के ठिकानों को 22 मिनट में नष्ट कर दिया गया। मेड इन इंडिया सैन्य शक्ति की इस नई छवि ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है।
प्रधानमंत्री का संबोधन
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "यह मानसून सत्र राष्ट्र के लिए गर्व का अवसर है। यह सत्र एक विजयोत्सव के रूप में है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भारत का तिरंगा लहराना हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है। यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नवाचार के प्रति उत्साह का प्रतीक है। संसद के दोनों सदनों और देशवासियों के बीच इस गर्व का अनुभव साझा किया जाएगा।" उन्होंने कहा कि मानसून का मौसम नवाचार और नई शुरुआत का प्रतीक है और वर्तमान में कृषि के लिए मौसम अनुकूल है।
कांग्रेस की मांगें
कांग्रेस के कई सांसदों ने संसद के पहले दिन पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग करते हुए कार्यस्थगन के नोटिस दिए हैं। कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने लोकसभा में नोटिस देकर सुरक्षा चूक और विदेश नीति पर चर्चा की मांग की। लोकसभा सदस्य अमर सिंह ने भी इसी मुद्दे पर चर्चा की मांग की। राज्यसभा में रणदीप सुरजेवाला ने नियम 267 के तहत नोटिस दिया और कहा कि पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी चाहिए।
विपक्ष की रणनीति
कांग्रेस और विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन के अन्य 23 दलों ने तय किया है कि वे इस सत्र में पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावे और बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष पुनरीक्षण जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाएंगे।
लोकसभा अध्यक्ष का आह्वान
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी राजनीतिक दलों से सदन के सुचारू संचालन और स्वस्थ लोकतांत्रिक संवाद में सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कहा, "18वीं लोकसभा का पांचवां सत्र आज से शुरू हो रहा है। लोकतंत्र के इस पवित्र मंदिर में जनाकांक्षाओं की अभिव्यक्ति और राष्ट्रीय हितों के संरक्षण के लिए सभी प्रतिनिधियों की भूमिका महत्वपूर्ण है।" उन्होंने उम्मीद जताई कि यह मानसून सत्र सार्थक और सफल होगा।
कांग्रेस का बयान
कांग्रेस ने कहा है कि जब पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावे का मुद्दा उठेगा, तो प्रधानमंत्री को सदन में उपस्थित रहना चाहिए। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर कहा कि प्रधानमंत्री संसद में बहुत कम दिखाई देते हैं और उन्हें अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री के विदेश दौरे का भी जिक्र किया और कहा कि इससे मणिपुर की जनता को निराशा होगी।