संविधान दिवस पर इमरान मसूद की महत्वपूर्ण टिप्पणी
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने संविधान दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणियों को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने मोदी से आग्रह किया कि वे संविधान के सही अर्थ को समझें ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए यह फायदेमंद हो सके। मसूद ने कहा कि अगर मोदी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन करें, तो यह भविष्य के लिए बेहतर होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान दिवस पर नागरिकों को एक पत्र लिखा, जिसमें संवैधानिक कर्तव्यों पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया गया।
| Nov 26, 2025, 13:12 IST
प्रधानमंत्री मोदी की संविधान दिवस पर टिप्पणी
कांग्रेस के सांसद इमरान मसूद ने बुधवार को संविधान दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणियों को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि मोदी को इसके सही अर्थ को समझना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए यह फायदेमंद हो सके। यह टिप्पणी तब आई है जब प्रधानमंत्री ने संविधान दिवस पर एक पत्र जारी किया, जिसमें उन्होंने नागरिकों से संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराने का आग्रह किया।
मसूद का बयान
मसूद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की बातें सही और महत्वपूर्ण हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर मोदी खुद संविधान का पालन करें और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को नष्ट न करें, तो यह भविष्य के लिए बेहतर होगा। संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है, जो 1949 में संविधान को अपनाने की याद दिलाता है।
प्रधानमंत्री का पत्र
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान दिवस पर नागरिकों को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने संवैधानिक कर्तव्यों पर ध्यान केंद्रित करने और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में भागीदारी को बढ़ावा देने का आह्वान किया। उन्होंने संविधान सभा और प्रारूप समिति के कार्यों को भी याद किया, जिसमें डॉ. राजेंद्र प्रसाद और डॉ. बी.आर. अंबेडकर का योगदान शामिल था।
महिला सदस्यों का योगदान
प्रधानमंत्री ने संविधान सभा की महिला सदस्यों के योगदान का भी उल्लेख किया। उन्होंने वर्ष 2010 का जिक्र किया, जब संविधान ने 60 वर्ष पूरे किए थे, और गुजरात में संविधान गौरव यात्रा का आयोजन किया गया था।
संविधान की 75वीं वर्षगांठ
प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले वर्ष संविधान की 75वीं वर्षगांठ को संसद के विशेष सत्र और विभिन्न सार्वजनिक कार्यक्रमों के माध्यम से मनाया गया था। इस वर्ष का संविधान दिवस सरदार वल्लभभाई पटेल और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के साथ मेल खाता है। उन्होंने पटेल की भूमिका को रियासतों के एकीकरण और अनुच्छेद 370 से संबंधित निर्णयों में महत्वपूर्ण बताया।
