संवाद की शक्ति से समाज में सकारात्मकता का संचार: प्रो. संजय द्विवेदी
प्रो. संजय द्विवेदी ने एक ऑनलाइन कार्यक्रम में संवाद की सकारात्मक शक्ति पर जोर दिया, जिससे समाज में तनाव और अविश्वास को कम किया जा सकता है। उन्होंने 'सकारात्मकता के अंतरराष्ट्रीय महोत्सव' की रूपरेखा प्रस्तुत की और विभिन्न आयोजनों पर चर्चा की। कार्यक्रम में कई प्रमुख हस्तियों ने भी अपने विचार साझा किए। जानें इस महत्वपूर्ण विषय पर और क्या कहा गया।
Jun 30, 2025, 16:53 IST
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संवाद की सकारात्मकता पर जोर
भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने बताया कि संवाद की सकारात्मक शक्ति से ही दुनिया को सुंदर और समरस बनाया जा सकता है। वे रविवार को राम जानकी संस्थान पॉजिटिव ब्रॉडकास्टिंग हाउस (आरजेएस-पीबीएच) और आरजेएस पॉजिटिव मीडिया द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
प्रो. द्विवेदी ने कहा, “जब संवाद की कमी होती है, तब परिवारों में तनाव, समाज में अविश्वास और देशों के बीच युद्ध जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। सकारात्मक सोच और संवाद के माध्यम से हर संकट का समाधान संभव है।”
इस अवसर पर ‘सकारात्मकता के अंतरराष्ट्रीय महोत्सव’ (1 से 15 अगस्त 2025) के आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत की गई और इसका संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में विभिन्न आयोजनों की कार्ययोजना पर भी चर्चा की गई। प्रो. द्विवेदी ने आरजेएस न्यूज लेटर का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता आकाशवाणी के पूर्व कार्यक्रम निदेशक डॉ. हरि सिंह पाल ने की। उन्होंने आरजेएस सकारात्मक मीडिया आंदोलन के वैश्विक महत्व पर जोर देते हुए कहा कि समाज के हर हिस्से से प्रेरणादायक कहानियों और सकारात्मक योगदानों को उजागर करने की आवश्यकता है। उन्होंने लोकगीतों, लोककथाओं और बोलियों के संरक्षण के लिए उनके डिजिटल अभिलेखन की आवश्यकता पर भी बल दिया।
मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी श्री सुनील कुमार सिंह, रति चौबे, नूतन चौबे और आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक श्री उदय कुमार मन्ना भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर विश्व भारती योग संस्थान के आचार्य प्रेम भाटिया, फिल्म अभिनेत्री संजीवनी चौधरी, कवयित्री सुषमा अग्रवाल, मधुबाला श्रीवास्तव, आलोक कुमार, सरिता कपूर, डॉ. श्याम कुमार, साधक ओमप्रकाश, सुदीप साहू, स्वीटी पॉल, डीपी कुशवाहा, चंद्रकला भारतीया, और मोहम्मद इशाक खान सहित देशभर के प्रतिभागियों ने भी अपने विचार साझा किए।